सोशल मीडिया कंपनी facebook ने अपना कॉर्पोरेट नाम बदल दिया है. दुनिया अब इसे मेटा नाम से जानेंगी. फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने ये announcement एनुअल फंक्शन में की. जहां उन्होंने मेटावर्स के लिए अपने विजन के बारे में भी बताया. दरअसल फेसबुक अपना फोकस मेटावर्स टेक्नोलॉजी पर करना चाहता है. यानी कि फेसबुक एक ऐसी पैरेलल दुनिया तैयार कर रहा है, जहां लोग वर्चुअल रियलटी का यूज़ करके वर्चुअल वर्ल्ड को एक्सपीरिएंस कर सकेंगे.
आसान भाषा में ऐसे समझिए कि अब तक जो कुछ भी आपके वर्चुअल वर्ल्ड में, आपकी स्क्रीन के पीछे हो रहा है वो ही सब आपके आस पास होने लगे. यानि ऐसा वर्चुअल एनवायरमेंट जहाँ आप उसे सिर्फ देखेंगे नहीं बल्कि उसमें इंटर कर सकेंगे, घूम फिर पाएंगे, दोस्तों रिश्तेदारों से मिल सकेंगे, शॉपिंग कर सकेंगे. मिसाल के तौर पर आपके सामने ऐसी वर्चुअल दुनिया क्रिएट की जाएगी, कि आपको लगेगा कि आप सच में शॉप पर जाकर खरीदारी करके आए हैं. लेकिन हकीकत में आप अपने घर पर ही होंगे. इस पैरेलल वर्ल्ड में आपकी एक अलग पहचान होगी और आप अपनी वर्चुअल आइंडेंटिटी के जरिए डिजिटल वर्ल्ड में एंटर कर सकेंगे.
वहीं ये काम कैसे करता है इसकी बात करें तो ये मेटावर्स ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी कई टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन पर काम करता है.