कोरोना वायरस अभी दुनिया से पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है साथ ही दुनिया में कोरोना की चौथी लहर को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. दुनिया के कई देशों में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.. इन सब बातों के बीच अमेरिका में एक नए वायरस का पता चला है जो किलनी से फैल रहा है.. जिसका नाम है हार्टलैंड वायरस।।। किलनी external parasitic animals हैं जो स्तनधारियों, पक्षियों और कभी-कभी Reptiles and Amphibians के शरीर पर रहकर उनका खून चूसकर जीते हैं अमेरिका में इस वायरस जे कई मरीज सामने आ चुके हैं.. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे हार्टलैंड वायरस क्या है इसके लक्षण क्या हैं साथ ही बताएंगे कि ये कैसे से फैल रहा है बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
दरअसल एमोरी यूनिवर्सिटी जॉर्जिया के researchers ने पाया है कि दुर्लभ और घातक हार्टलैंड वायरस जॉर्जिया में किलनी यानी कि tick में मिला है. अमेरिका के कम से कम छह राज्यों में इस वायरस की जानकारी मिली है। फिलहाल इस वायरस का कोई इलाज नहीं है और इससे खतरा बड़ी उम्र वालों को ज्यादा है..
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, इस वायरस का नाम हार्टलैंड है और खटमल से पहले ये वायरस सिर्फ सफ़ेद पूंछ वाली हिरन में पाया गया था. इस वायरस का पहला मामला मिसौरी में 2009 में सामने आया था. इसके बाद 2013 में कंफर्म हुआ था कि ये वायरस इंसानों में भी फ़ैल सकता है. अब जो जानकारी सामने आई है वो डराने वाली है. हर 2000 खटमल में किसी एक में ये फैलने वाला वायरस पाया जा रहा है. वहीं एमोरी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के अनुसार ये संक्रामक बीमारी है जिसे अच्छी तरह से अब तक समझा नहीं गया है. इसके बारे में जल्द से जल्द जानने की कोशिश की जा रही है और डर है कि कहीं ये एक बड़ी समस्या न बन जाए,
अब आपको इस वायरस से होने वाली दिक्कत के बारे में बताते हैं..
इस वायरस के सिम्पटम्स में बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, भूख का ना लगना शामिल है. इसकी शिकायत करने वाले कई लोग अस्पताल में भर्ती भी हुए.इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के प्लेटलेट काउंट,लीवर पर भी इसका असर पड़ता है. हार्टलैंड वायरस के लक्षण किसी व्यक्ति को दो हफ्ते बाद तक शुरू हो सकते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ जाती है. सबसे डराने वाली बात ये है कि इसकी चपेट में आने के बाद इंसान के बॉडी के कई ऑर्गन्स फेल हो जाते हैं. अभी तक इस वायरस की ना कोई दवा बनी है ना ही बचाव के लिए कोई इंजेक्शन है. ऐसे में लोगों के मन में इस वायरस का खौफ दिखने लगा है.
अगर शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई दें साथ ही कुछ और दिक्कत भी शुरू हो जाये तो डॉक्टर को दिखाएं अगर लगता है कि हार्टलैंड वायरस का संक्रमण है तो संभावित जांच के लिए कहा जाएगा। वायरस के लिए कोई routine test Available नहीं है. डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सीडीसी के अनुसार फिलहाल ऐसी कोई दवा नहीं हैं जो हार्टलैंड वायरस के संक्रमण को रोक सकती हैं या ठीक कर सकती हैं. दर्द और बुखार जैसे लक्षणों को दूर करने में मदद करने के लिए treatment के options में medicines या दूसरे treatment शामिल हो सकते हैं..