एयर इंडिया ने सुरक्षा चिंताओं के बीच अमेरिका के लिए अपनी उड़ानों में कमी कर दी है, जिसका कारण अमेरिका में 5जी इंटरनेट सर्विस का शुरू होना है. बता दें कि दुनियाभर के देश नेक्स्ड जनरेशन 5G नेटवर्क को रोलआउट कर रहे हैं साल 2022 के मिड तक भारत में भी 5G नेटवर्क रोलआउट हो सकता है.
लेकिन इससे पहले 5G नेटवर्क को लेकर कई तरह की चिंताएं जाहिर की जा रही हैं, जिसमें हवाई उड़ानों के लिए 5G C-बैंड नेटवर्क के इस्तेमाल को खतरनाक करार दिया गया है.. जिसके चलते ही एयर इंडिया समेत कई देश की विमानन कंपनियों को अमेरिका जाने वाली अपनी हवाई उड़ान रद्द करनी पड़ी हैं. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि कैसे 5G नेटवर्क से एयरलाइंस पर पड़ेगा असर? साथ ही बताएंगे कि 5G को टालने की मांग क्यों उठी है और भारत पर इसका इसका कितना असर पड़ेगा? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
अमेरिका में वेरिजोन और एटीएंडटी ने 19 जनवरी को 5G लॉन्च कर दिया है, लेकिन एविएशन कंपनियों के विरोध को देखते हुए वेरिजोन और AT&T ने एयरपोर्ट के आसपास 5G सेवाओं की लॉन्चिंग को फिलहाल टाल दिया है. दरअसल, अमेरिका में सिविल एविएशन को रेगुलेट करने वाली एजेंसी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन और कम से कम 10 अमेरिकी एविएशन कंपनियों ने 5G सेवाओं से हवाई जहाज का उड़ान के दौरान ऑपरेशन और सेफ्टी प्रभावित होने की आशंका जताई है. ऐसा माना जा रहा है कि 5G सेवाओं की लॉन्चिंग से विमानों की ऊंचाई को मापने वाला अल्टीमीटर प्रभावित होगा.. इससे हवा में दो विमानों के आपस में टकराने का खतरा रहेगा..
5जी इंटरनेट सर्विस के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम सी बैंड पर आधारित है,जो स्पेक्ट्रम पर 3.7-3.98 गीगा हर्ट्ज रेंज पर है, किसी विमान की जमीन से ऊंचाई कितनी है, उड़ान के वक्त ये measure के लिए अल्टीमीटर का इस्तेमाल किया जाता है जो 4.2-4.4 गीगा हर्ट्ज पर संचालित होते हैं. विमान कंपनियों का कहना है कि 5जी इंटरनेट सर्विस के लिए निर्धारित स्पेक्ट्रम बेंड, अल्टिमीटर के ऑपरेशन के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम बेंड के आसपास ही होंगे, इसलिए अल्टीमीटर के सटीक ऑपरेशन में दिक्कत आ सकती है. जिससे विमानों के हवा में आपस में टकराने का खतरा बढ़ जाएगा.
हजारों फ्लाइट्स रद्द होने से अरबों के नुकसान की आशंका की बात करें तो एक न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक 5 G सेवाएं शुरू होने से रोजाना औसतन 1000 फ्लाइट्स कैंसिल, डाइवर्ट या लेट होंगी और हजारों पैसेंजर प्रभावित होंगे. इसमें कार्गो और पैसेंजर दोनों तरह के विमानों के प्रभावित होने की बात कही जा रही है.इस रिपोर्ट के मुताबिक, इससे अमेरिकी एविएशन इंडस्ट्री और यात्रियों को हर साल करीब 12 हजार करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका है..
इधर भारत में अगले कुछ महीनों में दिल्ली, मुंबई समेत 13 बड़े शहरों में 5G का ट्रायल शुरू होने वाला है..भारत में अभी 5G सेवाओं का एविएशन इंडस्ट्री पर असर सामने नहीं आया है, लेकिन अमेरिका में इस तरह की दिक्कतों के बाद माना जा रहा है कि जब भारत में 5G सेवाएं शुरू होंगी, तो सरकार फ्रांस की तरह एयरपोर्ट के आसपास बफर जोन बनाने या यूरोपीय देशों की तरह कम फ्रीक्वेंसी वाली 5G सेवाओं के इस्तेमाल को मंजूरी दे सकती है..
बॉलिवुड अभिनेत्री जूही चावला भारत में 5जी के ट्रायल पर रोक लगाने की गुहार लगा चुकी हैं, उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दावा किया था कि 5G से नागरिकों, जानवरों, पेड़-पौधों को खतरा है. हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट ने उनके दावों को खारिज करते हुए 5जी ट्रायल पर रोक की मांग ठुकरा दी थी.