रूस और यूक्रेन के बीच 75 दिनों से जंग जारी है. इस महाविनाशक जंग में दोनों ओर की भयानक क्षति हुई है. हालांकि जब से ये जंग शूरू हुई ये कयास लगाए जा रहे थे कि ये ये युद्ध ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएगा और रूस यूक्रेन को जीत लेगा। लेकिन जिस तरह से यूक्रेन लगातार रूस के सामने चट्टान की तरह खड़ा है वो वाकई हैरान करने वाला है. वहीं हर किसी के जहन में ये सवाल भी है कि आखिर वो क्या वजह है या वो क्या कारण हैं जो यूक्रेन को मजबूत कर रहे हैं.. दरअसल रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए दुनिया भर के कई देश यूक्रेन की मदद कर रहे हैं. जिसमें अमेरिका का नाम सबसे पहले आता है.अमेरिका लगातार यूक्रेन को नए-नए हथियार दे रहा है ताकि यूक्रेन रूस का डटकर मुकाबला कर पाए. बता दें कि रूस के काफिले को रक क्इर रखने में जो ओनी अहम भूमिका निभा रहा है वो हैं यूक्रेन के शक्तिशाली ड्रोन। वहीं अब अमेरिका ने यूक्रेन को नया आत्मघाती फीनिक्स घोस्ट ड्रोन दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह ड्रोन यूक्रेन के डोनबास इलाके में रूसी सेना के लिए काल बन सकता है। तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि कितना खतरनाक है अमेरिका का फीनिक्स घोस्ट ड्रोन? साथ ही बताएंगे कि ड्रोन यूक्रेन के लिए कितने कारगर साबित हुए हैं? बस...
अमेरिका ने रूस से मुकाबला करने के लिए यूक्रेन को एकदम नया आत्मघाती फीनिक्स घोस्ट ड्रोन देने का ऐलान किया है. जिसका नाम है फीनिक्स घोस्ट टैक्टिकल अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स (Phoenix Ghost Tactical Unmanned Aerial Systems). अमेरिका यूक्रेन को ऐसे 120 से ज्यादा ड्रोन देगा।। इस ड्रोन की खासियत इसका आत्मघाती होना है. यानी ये रूसी अड्डों, टैंकों, सैनिकों या विमानों को बर्बाद करने के बाद खुद भी शहीद हो जाएगा। फीनिक्स घोस्ट को अमेरिकी रक्षा विभाग से जुड़ी कंपनी आइवेक्स एयरोस्पेस ने अमेरिकी वायु सेना के साथ मिलकर तैयार किया है. हालांकि, अभी तक फीनिक्स घोस्ट ड्रोन की कोई फोटो जारी नहीं की है..
विदेशी मीडिया की खबर के मुताबिक जॉन किर्बी ने कहा कि ये ड्रोन यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले बनाया गया था. लेकिन फिलहाल इसकी जरूरत यूक्रेन में है. इसका में है. इसका डेवलपमेंट हम आगे भी करते रहेंगे. ये ड्रोन्स रूसी टैंक्स, बख्तरबंद वाहनों के लिए मौत साबित होगा. ये स्विचब्लेड (Switchblade) ड्रोन्स जैसा ही होता है. ये काटता भी है और विस्फोट के साथ फटता भी है. यानी सैनिक, टैंक, बख्तरबंद गाड़ियां सबके लिए यह स्विचब्लेड घातक होता है.
फीनिक्स घोस्ट ड्रोन्स (Phoenix Ghost Drones) आत्मघाती ड्रोन है. ये एक बार जाएगा तो दोबारा उपयोग के लिए वापस नहीं आएगा. ये कई तरह के टारगेट्स पर हमला कर सकता है. इस ड्रोन को अमेरिकी रक्षा कंपनी AEVEX एयरोस्पेस ने बनाया है. यह ड्रोन कम कीमत में तैयार होता है. यह एक तरह का लॉयटरिंग म्यूनिशन (Loitering Munition) है. यानी सुसाइड ड्रोन.
यूक्रेन पर हमले की शुरुआत में रूस को उम्मीद थी कि कीव के एयरस्पेस पर उसका नियंत्रण हो सकेगा। हालांकि, यूक्रेन ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा था और ऐसे में रूस अब तक कीव के एयरस्पेस पर नियंत्रण नहीं कर पाया। एक्सपर्ट बताते हैं कि यूक्रेन रूसी सेना के खिलाफ अलग-अलग तरीकों से ड्रोन को काम पर लगा रहा है।
एंटी-टैंक मिसाइल वाले रूसी टैंकों को नष्ट करने के लिए यूक्रेन ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। इंफ्रारेड कैमरे वाले ड्रोन टैंकों के इंजन की गर्मी से उनके ठिकाने का पता लगा लेते हैं। ये आसान है, क्योंकि रूसी सैनिक ठंड से बचने के लिए टैंकों के इंजन चालू रख रहे हैं। यूक्रेनी सेना बम गिराने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है
यूक्रेन के पास अमेरिका का स्विचब्लेड ड्रोन भी है, जो इतना सटीक है कि एक व्यक्ति तक को निशाना बना सकता है। अमेरिका ने यूक्रेन को ऐसे लगभग 300 ड्रोन भी दिए हैं। यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध में इसका इस्तेमाल भी कर रहा है। वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक रूस ड्रोन पर ज्यादा निर्भर नहीं है। हालांकि, रूसी सेना ड्रोन का इस्तेमाल करती है। रूसी सेना का मुख्य ड्रोन ओरलान-10 है। सेंट पीट्सबर्ग के सेंटर फॉर स्पेशल टेक्नोलॉजी ने इस छोटे से टोही और निगरानी ड्रोन को बनाया गया है।
इसके डैनों का फैलाव 10 फीट। टोही सिस्टम अपने डिजाइन में सरल है। एरियल फोटोग्राफी के लिए कैनन ईओएस-डी सीरिज वाले कैमरे इस्तेमाल किए जाते हैं। थर्मल इमेजिंग और वीडियो कैमरे भी इसमें हैं।