टेक्सास हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भले ही गन कल्चर के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हों लेकिन इस कल्चर को सरकारें लाचार साबित हुई हैं। अमेरिकी की गन लॉबी का प्रभाव ऐसा छाया कि आज लगभग हर संपन्न अमेरिकी के हाथ में हथियार है। और इसका खामियाजा रोजना सैकड़ों बेगुनाह भुगत रहे हैं। बात करें अमेरिका में गन कल्चर की तो ये कल्चर उस जमाने से चला आ रहा है जब अमेरिका में ब्रिटिश हुकूमत का राज था। उस वक्त लोगों की सुरक्षा के लिए कोई सरकारी व्यवस्था नहीं थी। अमेरिकी लोगों को खुद ही अपने परिवार की सुरक्षा करनी पड़ती थी। जब अमेरिका आजाद हुआ तो लोगों को हथियार रखने की आजादी दे दी गई। इसलिए कह सकते है अमेरिका का गन कल्चर उतना ही पुराना है जितना कि अमेरिकी संविधान। वर्ष 1791 में अमेरिकी संविधान में दूसरा संशोधन किया गया। इस संशोधन के तहत अमेरिकी नागरिकों को ‘फायर आर्म्स’ रखने का मूल अधिकार दे दिया गया था। लेकिन उस वक्त ये नहीं मालूम था इस अधिकार की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इस अधिकार की वजह से अमेरिका में अब तक लाखों लोग जान गवां चुके हैं। और इन मौतों का बोझ अमेरिकी संसद पर साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है।सैकड़ों बरस बीत जाने के बाद भी इस गन कल्चर को खत्म नहीं किया जा सका। इसके पीछे बड़ी वजह है अमेरिका की गन लॉबी। अब ये गन लॉबी कौन है इस पर बाद में चर्चा करेंगे लेकिन उससे पहले आंकडों के जरिए समझते हैं अमेरिका के गन कल्चर को।
आज से 50 साल पहले अमेरिका में सिविलियन फायर आर्म्स 9 करोड़ थे। जबकि इस वक्त अमेरिका में कुल सिविलियन फायर आर्म्स की संख्या 40 करोड़ के आसपास है। अमेरिका की कुल आबादी 33।24 करोड़ है। अब इन दोनों आंकड़ों का औसत निकालें तो अमेरिका में 100 लोगों पर 120 फायर आर्म्स हैं। यानि हर शख्स के पास करीब एक गन तो है ही। कुछ लोगों के पास एक से ज्यादा भी गन या राइफल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में हर तीन में से एक व्यस्क के पास पर्सनल फायर आर्म्स है।
वहीं अब इन फायर आर्म्स हुई मौत के आंकड़ों पर नजर डाले तों 1968 से 2017 के बीच यानि 50 सालों में अमेरिका में करीब 15 लाख लोग फायर आर्म्स की वजह से अपनी जान गवां चुके हैं। मौत का ये आंकड़ा अमेरिका की आजादी (1775) के बाद हुई अमेरिकी सैनिकों की मौत से भी कहीं ज्यादा है। साल 2020 में फायर आर्म्स की वजह से अमेरिका में 45 हजार 222 लोगों की मौत हुईं। बता दें अमेरिका में औसतन हर रोज 100 लोगों की मौत फायर आर्म्स की वजह से होती है।
आज दुनिया में केवल 4 देश ऐसे हैं जहां हथियार रखने का संवैधानिक अधिकार है। इन देशों में अमेरिका, मेक्सिको, हैती और ग्वाटेमाला हैं। अमेरिका में गन खरीदने के लिए केवल 3 शर्तों का पालन करना होता है।
पहली शर्त, गन खरीदने वाले की उम्र 21 साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए। कुछ राज्यों में ये उम्र 18 साल भी है। दूसरी शर्त, उस शख्स की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री ना हो। तीसरी शर्त, गन खरीदने वाला शख्स मानसिक रूप से बीमार ना हो। यानि अमेरिका में गन खरीदना भारत में सिम खरीदने से भी ज्यादा आसान है। हमारे देश में गन रखने के लिए लाइसेंस बनवाना पड़ता है और इसके लिए कोई ठोस वजह होनी चाहिए। लेकिन अमेरिका में मामूली शर्तें पूरी करने के बाद आसानी से बंदूक मिल जाती है। इस गन कल्चर की वजह से अमेरिका में सुसाइड केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं। 2019 में डिप्रेशन या तनाव में आकर 24 हजार लोगों ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
पिछले 230 सालों में अमेरिका गन कल्चर को इसलिए नहीं खत्म कर पाया क्योंकि वहां के पूर्व राष्ट्रपति खुद भी इससे प्रभावित थे। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जैसे थियोडोर रूज़वेल्ट को गन के साथ फोटों खिचवाना पसंद था। वो 1901 से 1908 तक अमेरिका के राष्ट्रपति थे। इसी तरह फ्रेंकलिन डी रुजवेल्ट, जिमी कार्टर, जार्ज बुश सीनियर और जार्ज डब्लू बुश की तस्वीरें बंदूकों के साथ देख सकते हैं। इन सभी राष्ट्रपतियों ने बंदूक के साथ फोटो खिंचवाकर गन कल्चर को ग्लोरिफाई किया। यानि एक तरह से महिमामंडन किया। और वो भी तब जब अमेरिका के 4 पूर्व राष्ट्रपतियों की हत्या के पीछे कहीं ना कहीं इसी गन कल्चर वजह रही है। अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और 20वें राष्ट्रपति जेम्स ए गार्फिल्ड की हत्या गोली मारकर की गई थी। यानि इन्हीं बंदूकों की वजह से हुई थी।
अमेरिका में गन कल्चर इसलिए भी समाप्त नहीं हो पाया क्योंकि इसके पीछे एक बहुत बड़ी और शक्तिशाली गन लॉबी काम करती है। इनमें अमेरिका की नेशनल राइफल एसोशिएशन (NRA) सबसे मजबूत मानी जाती है। इस संस्था की जड़े अमेरिका की राजनीति में बहुत गहरी हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश सीनियर इसके सदस्य रह चुके हैं।और इसी हफ्ते इस संस्था का एक सेमिनार होने वाला था जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने वाले थे। इससे पता चलता है कि इस गन लॉबी की जड़ें कितनी मजबूत हैं।और ये लॉबी कभी नहीं चाहेगी कि अमेरिका के लोग गन खरीदना बंद कर दें। या वहां की सरकार इस पर किसी तरह की रोक लगाए। एक रिपोर्ट के मुताबिक ये गन लॉबी हर साल 2 हजार करोड़ रुपए केवल गन की लॉबिंग पर खर्च करती है। टेक्सास की घटना के बाद जो बाइडेन ने इस गन लॉबी और गन कल्चर पर लगाम लगाने की बात दोहराई है। लेकिन बाइडेन इस मजबूत गन लॉबी के सामने बाइडेन कितना सफल हो पाते हैं।ये तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा।