रूस और यूक्रेन के बीच तनाव तेजी से बढ़ता जा रहा है. अमेरिका बार-बार कह रहा है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि हालात खराब हो सकते हैं और विश्व युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद के बारे में सब कुछ बताएंगे. रूस के लिए यूक्रेन कितना जरूरी है... ये विवाद शुरू किस तरह हुआ... क्या तीसरा विश्व युद्ध होने की संभावना है. इन सभी सवालों के जवाब के लिए वीडियो के एंड तक बने रहिए हमारे साथ.
रूस के लिए यूक्रेन कितना जरूरी?
यूक्रेन की सीमा रूस के पूर्वी इलाकों से लगती है. यूक्रेन पहले सोवियत यूनियन का हिस्सा था. 1991 के शीतयुद्ध के वक्त सोवियत यूनियन टूट गया. रूस की अर्थव्यवस्था चरमरा गई और उसका महाशक्ति का रुतबा भी छिन गया. उसके प्राकृतिक संसाधनों और उद्योगों की कमर टूट गई. शीतयुद्ध के दौरान रूस ने जो खोया उसे राष्ट्रपति पुतिन दोबारा हासिल करना चाहते हैं. वो पुराना रूतबा वापस चाहते हैं. इसलिए पुतिन रूस और यूक्रेन के लोगों को एक मानते हैं. क्योंकि यूक्रेन सदियों से रूस के साम्राज्य का हिस्सा रहा है. यूक्रेन आजादी मिलने के बाद रूसी छत्रछाया से बाहर निकल गया और उसके संबंध पश्चिमी देशों से ज्यादा फले फूले. पुतिन बार-बार कहते रहे हैं कि यूक्रेन की नाटो में शामिल होने की इच्छा खतरे की घंटी है. पुतिन इस बात से चिंतित हैं कि उनके देश की सीमा के करीब एक खतरनाक सैन्य गठबंधन का प्लेटफॉर्म बनता दिख रहा है. उन्हें डर है कि नाटो देश अमेरिका के साथ मिलकर कड़ा मुकाबला दे सकते हैं. वो यूक्रेन को नाटो सदस्य बनने से रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि उसे उसके सदस्य देशों से मिसाइल और सैनिक न मिल सकें. इसके अलावा यूक्रेन के मुद्दे पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन की निजी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. पुतिन ने यूक्रेन में कई बार रूस की हिमायत वाले नेताओं को सत्ता में लाने की कोशिशें की लेकिन वो असफल रहे.
कैसे शुरू हुआ विवाद ?
यूक्रेन और रूस के बीच ये तनाव क्रीमिया को लेकर है. क्रीमिया यूक्रेन का पूर्वी हिस्सा था लेकिन 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. इस संघर्ष में इस दौरान लगभग 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जिसमें ज्यादातर यूक्रेन के निवासी थी. रूस ने क्रीमिया में अब भी करीब हजारों हथियारबंद अलगाववादियों को तैनात कर रखा है. इन्होंने 2015 में यूक्रेन की सरकार के खिलाफ हथियारबंद विद्रोह का ऐलान किया था और इनकी लड़ाई अब भी जारी है.
अब क्या है हालात ?
इस साल की शुरूआत से रूस बड़ी संख्या में टैंक, तोपें, युद्धक वाहन और सैनिकों को यूक्रेन की सीमा पर भेज रहा है और यूक्रेन की सीमा पर युद्ध की तैयारी कर रहा है. रूसी सैनिकों की गतिविधियों से लग रहा है कि वो कभी भी यूक्रेन पर आक्रमण कर सकते हैं. इस पर नाटो देश भी परेशान हैं. साथ ही रूस की शिकायत है कि अमेरिका और नाटो देश इस क्षेत्र में उकसाने वाली गतिविधियों को तेज कर रहे हैं. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस विवाद को खत्म नहीं करना चाहता... वो नहीं चाहता है कि युद्ध की आशंका खत्म हो, या फिर बातचीत के आधार पर मुद्दों को सुलझाया जा सके.
क्या तीसरा विश्व युद्ध होगा?
जानकारों का मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच का विवाद काफी ज्यादा बढ़ चुका है और युद्ध की आशंका बढ़ती जा रही है. अगर युद्ध होता है तो अमेरिका यूक्रेन की मदद करने मैदान में उतरेगा और सीधे सीधे रूस और अमेरिका आमने सामने आ जाएंगे. साथ ही दुनिया के कई और देशों को ना चाहते हुए लड़ाई का हिस्सा बनना पड़ेगा खासकर नाटो देशों को.