खाने के बिना जीवन असंभव है..इसलिए इंसान के जीवन में भोजन का विशेष स्थान है...वहीं अगर दक्षिण एशियाई देशों में भोजन की बात हो और रोटी का नाम ना लिया जाए तो ये असंभव है.. रोटी भारत, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, पूर्वी अफ्रीका और कैरेबियाई आदि में सामान्य रूप से पका कर खाई जाने वाली चपटी ब्रेड के सामान एक Food item है.. यहां भोजन में रोटी का सबसे ज्यादा महत्व है..तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि रोटी की इतिहास क्या है इसकी उत्पत्ति कब और कहाँ हुई? बस आप वीडियो एक आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
रोटी कहां से आई इसके इतिहास की बात करें तो रोटी के बनने को लेकर कई तरह की कहानियां हैं. एक प्रचलित कहानी के मुताबिक रोटी पर्शिया से भारत में आई. पर्शिया में ये थोड़ी मोटी और मैदे से बनती थी. एक दूसरी कहानी कहती है कि रोटी सबसे पहले गेहूं से अवध रियासत में बनाई गई. पर्शिया की रोटी के मुकाबले ये थोड़ी पतली हुआ करती थी. अवध रियासत में पतली और कटोरीनुमा रोटी बनती थी जिसे राहगीर आसानी से हाथों में ले सकें और उसके ऊपर सब्ज़ी रखकर खा सके. इससे सफ़र के दौरान बरतन रखने की ज़रूरत नहीं होती थी. वहीं एक मीडिया लेख के अनुसार रोटी को लेकर एक और बेहद दिलचस्प कहानी है. इस कहानी के मुताबिक रोटी पूर्वी अफ़्रीका से सफ़र करते हुए दक्षिण एशियाई देशों में पहुंची. पूर्वी अफ़्रीका में गेहूं से आटा बनाकर उसे बिना खमीर उठाए रोटी बनाई जाती थी. ये कहानी सच हो सकती है क्योंकि ट्रेड रूट्स के ज़रिए व्यापारी आवाजाही करते थे. अफ़्रीका में प्रचलित कई कहानियों के अनुसार, स्वाहिली बोलने वाले लोग फ़्लैट ब्रेड या रोटी का सेवन करते थे.
ऐसा भी कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में रोटी सम्राट अकबर की पसंदीदा थी.. इसका जिक्र आइन-ए-अकबरी में भी मिलता है जिसकी रचना अकबर के ही एक नवरत्न दरबारी अबुल फजल इब्न मूबारक ने की थी. चपाती 1857 के प्रथम स्वतंत्रता युद्ध के दौरान अंग्रेजों के बीच भी बहुत लोकप्रिय हो गई थी..यहां तक की सैनिकों के डाइनिंग हॉल में भी सैनिकों को रोटियां खाने को दी जाने लगी थी, और देखते ही देखते ये अमेरिका और ब्रिटेन में भी दूसरी डिशेज की तरह रोटी की भी एंट्री हो गयी थी...
वहीं कुछ इतिहासकारों का मानना है कि रोटी की उत्पत्ति 5000 साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता से हुई थी.क्योंकि गेहूं की खेती के प्रमाण सबसे पहले सिंधु, मिस्र, और मेसोपोटामिया सभ्यताओं में ही मिलते है. और अरबों द्वारा रोटी को व्यापार मार्गों के माध्यम से पूरे दक्षिण एशिया में फैला दिया गया था.. वहीं कुछ दूसरे इतिहासकारों का कहना है कि इसकी शुरूआत पूर्वी अफ्रीका में हुई थी, जिसके बाद इसे भारत लाया गया था.. ऐसी ही ना जाने कितनी कहानियां है जिसमें रोटी बनाने की शुरूआत के बारे में कई दावे किये गये है..लेकिन इसकी उत्पत्ति के सबसे ज्यादा प्रमाण दक्षिणी भारत से ही मिलते हैं...
भारत में भले ही रोटी का जिक्र कई अलग-अलग नामों से मिलता हो लेकिन ये बात तो तय है कि भारत में रोटी प्राचीन काल से ही भोजन का एक हिस्सा रही है.. जहां मोहनजोदड़ो की खुदाई में भी 5000 साल पुराने कार्बनयुक्त गेहूं मिले हैं जिससे सिद्ध होता है कि इस समय भी उसका इस्तेमाल होता रहा होगा.. वहीं 6000 साल पुराने संस्कृत पाठों में भी चपाती का उल्लेख मिलता है. यहां तक की 1600 में "करोटी" और "रोटिका" जैसे शब्दों का उल्लेख तुलसीदास ने किया था, निश्चित तौर पर ये रोटी की जगह इस्तेमाल किये जाने वाले शब्द ही हैं