रूस ने यूक्रेन को जल, जमीन और आसमान हर तरफ से घेर रखा है, हालात ऐसे हैं कि रूसी सेना का सामना करने के लिए यूक्रेन के कई आम नागरिकों ने बंदूकें थाम ली हैं. वहीं लोग अपनी और अपनों की सुरक्षा लिए बंकरों में छिप रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ दिन पहले यूक्रेन के पूर्व प्रधानमंत्री मायकोला अजारीव बयान जारी कर कहा था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पोलैंड भाग गए हैं और वो एक सुरक्षित बंकर में हैं हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यूक्रेन छोड़ने के अफवाह को लेकर अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो जारी किया था.. कुल मिलाकर रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई के दौरान बंकर्स का जिक्र भी बार-बार हो रहा है.. तो आज के KNOW THIS वीडियो में हम आपको बताएंगे कि ये बंकर्स कैसे बनते हैं और ये कितने सुरक्षित होते हैं साथ ही बताएंगे बंकर्स से जुड़ा इतिहास।। बस आप वीडियो वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
दरअसल, एक सैन्य ढांचे वाले छिपने की जगह को आमतौर पर बंकर कहा जाता है. बंकर अक्सर सरहदों पर मिलते हैं, जो दुश्मनों के हमले से किसी देश की हिफाजत और मोर्चेबंदी का काम करते हैं. बंकर युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं, रसायनों और रेडिएशन जैसे खतरों से निपटने के लिए प्रभावी साबित होते हैं. पहले विश्वयुद्ध के बाद से ही पूरे यूरोप में हजारों की तादाद में बंकर बनाए गए थे. दूसरे विश्वयुद्ध में जब आसमान से लड़ाकू विमान बम बरसा रहे थे. तब ये बंकर सुरक्षा कवच साबित हुए थे. बता दें कि कुछ साल पहले जम्मू कश्मीर में भी सरकार ने बॉर्डर के पास रहने वाली आम जनता के लिए 14,000 बंकर्स बनाने की घोषणा की थी. छिटपुट तौर पर भारत में कश्मीर की सीमावर्ती इलाकों में बंकर बनाए गए हैं. हकीकत है कि हर देश में बंकर्स बनाए जाते हैं और युद्ध या हमलों की सूरत में बहुत काम के होते हैं.
बंकर एक तरह से जमीन के नीचे बना घर ही है. विश्वयुद्ध के दौरान लोग अपने घरों के पीछे इस तरह के बंकर्स बनाते थे.. इसकी दीवार कई फीट मोटी कंक्रीट या कई इंच मोटी लोहे से बनी होती है.केवल एक या दो लोगों के रहने लायक बंकरों को क्यूजड कहा जाता है. इन्हें भी कंक्रीट से तैयार किया जाता है. इसमें खाने-पीने का इंतजाम करने से लेकर शौचालय और सोने तक की व्यवस्था हो सकती है. इसमें कई दिनों तक का राशन और हथियार स्टोर करके रखा जा सकता है.लगभग हर देश की सेना बंकर्स में अपने लिए जनरेटर, खाद्य भंडार और गोला-बारूद के साथ कई और हथियार रखती है. आपातकाल के लिए सेना और सरकारें इस तरह के बंकर्स तैयार करती हैं..
दुनिया में एक देश ऐसा है, जहां कदम पर बंकर मिलते हैं.. इस देश का नाम है अल्बानिया, जहां मदर टेरेसा का जन्म हुआ था. जब अल्बानिया के रिश्ते सोवियत संघ से खराब हो गए तो इसके वामपंथी तानाशाह एनवर होक्सहा को दुश्मनों का ऐसा खौफ था कि उसने पूरे देश में बंकर बनवा दिए थे.