पिछले दिनों ऐसी कई खबरें सामने आईं कि नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की तबियत ठीक नहीं. उस दौरान कई बार ये सवाल भी उठा कि किम के बाद नॉर्थ कोरिया की सत्ता कौन संभालेगा और जो एक नाम सामने आया वो था किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग का. हाल ही में किम यो जोंग को देश के स्टेट अफेयर्स कमीशन का प्रमुख भी नियुक्त किया गया है. आज के इस वीडियो में हम किम यो जोंग के बारे में सब कुछ जानेंगे. वो कौन है... नॉर्थ कोरिया की राजनीति में उनका क्या रोल है और क्यों उन्हें नॉर्थ कोरिया का अगला तानाशाह माना जा रहा है?
कौन है किम यो जोंग?
किम यो जोंग नॉर्थ कोरिया के पूर्व supreme leader किम जोंग-इल और उनकी पत्नी Ko Yong-hui की सबसे छोटी बेटी है. किम यो जोंग के जन्म और बचपन के बारे में कोई इनफॉरमेशन नहीं है. माना जाता है कि किम यो-जोंग ने स्विट्जरलैंड के बर्न में अपने बड़े भाई और नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ पढ़ाई की थी. इसके बाद उन्होंने प्योंगयांग में किम इल-सुंग University में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की. 2011 में वो पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं... उससे पहले तक उनके बारे में कोई नहीं जानता था. माना जाता है कि उनकी शादी कोरियाई वर्कर्स पार्टी के सचिव चो रयोंग हे के छोटे बेटे चो सोंग से हुई है, जो उनकी पॉलिटिकल पावर का एक और सोर्स है. वो उत्तर कोरिया में Top Position पर पहुंचने वाली दुर्लभ महिला अधिकारियों में से एक हैं.
राजनीति में क्या रोल है ?
साल 2018 में किम यो जोंग पॉलिटिकल लाइम लाइट में आई. वो दक्षिण कोरिया की यात्रा करने वाली उत्तर कोरिया के किम वंश की पहली सदस्य बनीं. प्योंगचांग में विंटर ओलंपिक्स के दौरान वो उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं जिसमें दोनों देशों ने एक टीम के रूप में हिस्सा लिया था. उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून के साथ बैठक भी की. इसके अलावा वो अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ भी दिखाई दीं.
विंटर ओलंपिक्स में कूटनीतिक जीत के बाद उनकी मुलाकात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई. वो किम जोंग उन और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच तीनों अहम बैठकों में भी शामिल हुई थीं. साथ ही वो प्रचार और आंदोलन विभाग की एक नेता भी हैं. किम जोंग उन की बहन उत्तर कोरिया के विदेशी संबंधों पर अपने कड़े बयानों को लेकर भी चर्चा में रहती हैं. वो अपने भाई किम जोंग उन की सलाहकार के पद पर भी रह चुकी हैं.
कितनी शक्तिशाली है किम यो जोंग?
उनकी पावर का अंदाजा जून 2020 की एक घटना से लगाया जा सकता है. उस वक्त देश में दक्षिण कोरिया का propaganda फैलाने को लेकर उन्होंने चेतावनी दी कि इस पर जल्द कार्रवाई होगी और सब देखेंगे कि उत्तर-दक्षिण संयुक्त संपर्क कार्यालय ढहेगा. उसके अगले दिन ही उत्तर और दक्षिण कोरिया के बॉर्डर पर बने लाइजिंग ऑफिस को विस्फोटकों से उड़ा दिया गया था. इस बिल्डिंग को दक्षिण कोरिया ने अपने पैसों से बनवाया था. किम यो-जोंग जो आदेश देती हैं, वो जरूर पूरा होता है. उन्होंने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को कई बार खुले तौर पर धमकी भी दी है.
ये तमाम वजहें किम यो जोंग को उत्तर कोरिया के लोगों के बीच एक मजबूत पहचान देती हैं. अब तक उन्हें National Defence Commission में किसी पद पर नियुक्त नहीं किया गया है. और अगर ऐसा होता है तो साफ हो जाएगा कि उत्तर कोरिया अपनी पहली महिला नेता की तैयारी कर रहा है.