आखिरकार पाकिस्तान में शहबाज शरीफ मुल्क के नए प्रधानमंत्री चुन लिए गए हैं. उन्होंने सोमवार को शपथ ग्रहण की और प्रधानमंत्री बनते ही शहबाज शरीफ ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि - हम भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, लेकिन कश्मीर के शांतिपूर्ण समाधान के बिना ऐसा नहीं हो सकता. हम हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे. मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ये समझने की सलाह दूंगा कि दोनों तरफ गरीबी है. मैं मोदी से आह्वान करता हूं कि वो जम्मू-कश्मीर मुद्दे को हल करें और फिर एक साथ हम गरीबी से लड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि हम कश्मीरी लोगों को उनके हाल पर नहीं छोड़ सकते हैं. कूटनीतिक तौर पर हम कश्मीरी लोगों को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे. उनके मुताबिक कश्मीर मुद्दे का समाधान सिर्फ और सिर्फ कश्मीरी लोगों की इच्छा के मुताबिक होना चाहिए. साथ मिलकर उनके दर्द को कम करना चाहिए, वहां गरीबी को खत्म करना चाहिए. इस बयान में शहबाज शरीफ की तरफ से अनुच्छेद 370 को लेकर भी बड़ा बयान दिया गया है. इस मुद्दे पर उन्होंने भारत को लेकर तो कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन पाकिस्तान की ही पूर्व की सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार उस समय कोई एक्शन नहीं ले पाई जब अनुच्छेद 370 हटाया गया.
बता दें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पड़ोसी मुल्क के नए वजीर-ए-आजम को शुभकामनाएं दी हैं और उनके ‘कश्मीर राग’ पर जवाब दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज को ट्वीट कर बधाई दी है और कहा, ‘मियां मुहम्मद शहबाज शरीफ को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर बधाई. भारत क्षेत्र में आतंक मुक्त शांति और स्थिरता चाहता है, ताकि हम देश के विकास के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान दे सकें और अपने लोगों की भलाई और समृद्धि को सुनिश्चित कर सकें.’
उम्मीद है कि पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत पाकिस्तान के बीच रिश्तों में कुछ सुधार होगा.