रूस और यूक्रेन के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच, नाटो का सदस्य पोलैंड पश्चिमी देशों और यूक्रेन के बीच एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया है. बता दें अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने घोषणा की कि यूएस ने पोलैंड में अतिरिक्त 4,700 सैनिकों को तैनात किया हैं और पोलैंड को दो पैट्रियट missile defence systems भी दिए हैं. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको इस जंग में पोलैंड का रोल समझाएंगे. जानेंगे कि ये देश कई चुनौतियों के बावजूद किस तरह यूक्रेन का समर्थन कर रहा है. आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
यूक्रेन को मानवीय और सैन्य सहायता प्रदान करने में पोलैंड सबसे आगे रहा है. युद्धग्रस्त देश यूक्रेन की सीमा से लगा पोलैंड यूक्रेन को सैन्य सहायता की सप्लाई करने के लिए अमेरिका सहित कई देशों के लिए एक रणनीतिक आधार के रूप में काम कर रहा है. जंग के बीच पोलैंड ने यूक्रेन से पलायन करने वालों हजारों लोगों का स्वागत किया है. यूक्रेन के करीबी होने के चलते और रूस के नाटो के साथ बढ़ते तनाव के बीच पोलैंड में युद्ध के फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है.
हाल ही में पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 लड़ाकू विमानों को जर्मनी के एक अमेरिकी एयरबेस में भेजने की पेशकश की थी, जिसकी सप्लाई यूक्रेन को की जाएगी. हालांकि, अमेरिका ने ये प्रस्ताव खारिज कर दिया. इस संबंध में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह प्रस्ताव NATO के लिए गंभीर चिंताएं पैदा करता है.
जंग में पोलैंड ने अपने दम पर यूक्रेन को सैन्य सहायता दी है. पोलिश राष्ट्रीय रक्षा मंत्री, मारियस ब्लैस्ज़क ने 25 फरवरी को ट्वीट कर लिखा कि रूस के आक्रमण के अगले दिन ही गोला-बारूद के साथ तैयार काफिला पहले ही हमारे पड़ोसियों तक पहुंच चुका है. हम यूक्रेनियन का समर्थन करते हैं, हम एकजुटता से खड़े हैं और हम रूसी आक्रमण का दृढ़ता से विरोध करते हैं.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की कि रूस के आक्रमण के तुरंत बाद यूक्रेन की मदद के लिए जर्मनी में इकट्ठा किए गए सैन्य भंडार पोलैंड और रोमानिया में शिफ्ट कर दिए गए थे. पोलैंड से सैन्य सहायता की सप्लाई को देशों द्वारा एक व्यक्तिगत प्रयास के रूप में देखा जा रहा है जिससे तनाव को बढ़ावा ना मिले.
पोलैंड समेत सभी नाटो सदस्य देश यूक्रेन से भागे हजारों शरणार्थियों का स्वागत कर रहे हैं. UNHCR के आंकड़ों के मुताबिक 11 मार्च तक 2,504,893 यूक्रेनियन देश छोड़कर जा चुके हैं. इनमें से 1,524,903 लोगों का पोलैंड ने स्वागत किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी पोलिश नेशनल असेंबली को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा हम बाल्टिक राज्यों और पोलैंड के लिए लड़ रहे हैं ताकि उन्हें रूस का सामना न करना पड़े. देखना होगा आने वाले दिनों में ये जंग क्या मोड़ लेती है.