रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के चलते तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जताई जा रही है. इसके बावजूद रूस की ओर से यूक्रेन में बमबारी जारी है.यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी बमबारी की वजह से मारियुपोल शहर में कुछ भी नहीं बचा है. उन्होंने रूस से अपील की कि वह मारियुपोल से एक लाख लोगों को बाहर निकलने की इजाजत दे. ये लोग शहर छोड़कर जाना चाहते हैं. बता दें जंग में अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. किसी भी जंग के आर्थिक और भौतिक असर के अलावा प्रभावित देश और उसके आसपास के इलाकों के पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ता है.
इसके चलते Environmental Peacebuilding Association ने एक ओपन लेटर जारी किया है. इस लेटर पर 75 से ज्यादा देशों के 902 लोगों और 156 संगठनों ने हस्ताक्षर किए हैं. इसके जरिए उन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध के चलते पर्यावरणीय और मानवीय हानि पर चिंता जाहिर की है. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको इस चिट्ठी और जंग से पर्यावरण पर हो रहे असर के बारे में सब कुछ बताएंगे.
इस चिट्ठी में बताया गया है कि नागरिक और सैन्य इलाकों में हमले से हवा, जमीन और पानी प्रदूषित हो रहे हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि यूक्रेन एक औद्योगिक केंद्र है. जंग ने यूक्रेन लोगों की खाद्य सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. साथ ही उन देशों में ऐसा संकट आ सकता है जो गेहूं और मक्के के लिए यूक्रेन के निर्यात पर निर्भर है.
इसके अलावा लिखा गया है कि चेर्नोबिल पर कब्जा यूक्रेन के लोगों और पूरे यूरोप के देशों के लिए बड़ा जोखिम पैदा करता है. चोर्नोबिल साइट पर रूस के मिलिट्री ऑपरेशन के चलते रेडियोएक्टिव धूल mobilise हो रही है जिससे गंभीर चिंताएं बढ़ रही हैं. रूसी सेना और उपकरण रेडियोएक्टिव सामग्री को नए क्षेत्रों में फैला सकते हैं. इसके अलावा रूस ने परमाणु नियंत्रण सुविधा पर भी कब्जा कर लिया है जिसका कोई सैन्य उद्देश्य नहीं है और ये सभी देशों के लिए गंभीर चिंता का विषय होना चाहिए.
लिखा गया है कि हम कुछ समय के लिए इस युद्ध के पर्यावरण पर होने वाले प्रभावों को नहीं पहचान पाएंगे लेकिन इतिहास बताता है कि प्रभाव दूरगामी और लंबे समय तक चलने वाले होंगे. बताया जा रहा है कि पर्यावरणीय प्रभाव दोनों देशों के सीमाओं के पार भी होंगे जिन्हें पूरी तरह से पहचानने में बरसों लग जाएंगे. युक्रेन के उद्योग क्षेत्र में नुकसान से हवा और पानी की गुणवत्ता खराब होने का भी खतरा ज्यादा हो जाएगा. ऐसे में तेजी से पर्यावरण मूल्यांकन, लॉन्ग टर्म मॉनिटरिंग और जवाबदेही की जरूरत है. चिट्ठी के एंड में रूस को इस लड़ाई तुरंत समाप्त करने के लिए कहा गया है जो यूक्रेन के अंदर और बाहर दोनों जगह, मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए दीर्घकालिक, व्यापक, या गंभीर क्षति के जोखिम पैदा कर रहा है. सभी उम्मीद कर रहें हैं कि ये युद्ध जल्दी खत्म हो.