पाकिस्तान में आखिरकार शाहबाज शरीफ ने सोमवार रात आठ बजे पीएम पद की शपथ ली. पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शाहबाज शरीफ ने कहा कि अल्लाह ने पाकिस्तान को बचा लिया है. मैं पाकिस्तान के नागरिक को सच्चाई के साथ खड़े होने के लिए बधाई देता हूं. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको शहबाज शरीफ के बारे में सब कुछ बताएंगे. वो कौन है.. उनका अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा... और किस तरह वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने. इन तमाम सवालों के जवाब के लिए आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
1951 में लाहौर में जन्मे शहबाज शरीफ का पूरा नाम मियां मुहम्मद शहबाज़ शरीफ़ है. उनके पिता का नाम मरहूम मियां मुहम्मद शरीफ है जो एक कारोबारी थे. शहबाज पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं. नवाज शरीफ को पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य करार दिया था और वे भी इमरान की तरह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे. नवाज शरीफ के अलावा शहबाज के एक और बड़े भाई अब्बास शरीफ हैं.
शहबाज शरीफ की मां पुलवामा की रहने वाली थीं. कारोबार के सिलसिले में वे अक्सर कश्मीर आया-जाया करते थे. बाद में उनका परिवार पंजाब के अमृतसर में जाकर बस गया. आजादी के समय उनके पिता परिवार के साथ लाहौर में बस गए. शहबाज ने 1973 में अपनी कजिन से शादी की, जिनसे उनके चार बच्चे हैं. 2003 में उन्होंने दूसरी शादी की है.
शहबाज शरीफ ने लाहौर गवर्नमेंट कॉलेज से ग्रजुएशन पूरा करने के बाद एक बिजनेसमैन के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की. उन्होंने अपना फैमिली बिजनेस संभाल लिया और 1985 में वे लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसिडेंट बने. फिर बाद में वे राजनीति में चले आए. अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं. 1988 से 1990 तक वे पंजाब विधानसभा के सदस्य रहे, जबकि 1990 से 1993 तक शाहबाज नेशनल असेंबली के भी सदस्य रह चुके हैं. शहबाज शरीफ करोड़ों रुपये की हेराफेरी के आरोप में जेल भी जा चुके हैं.
2018 में हुए आम चुनाव में PML-N की ओर से शहबाज को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया. हालांकि उस चुनाव में इमरान खान की पार्टी PTI की जीत हुई थी और इमरान खान प्रधानमंत्री बने. शहबाज शरीफ को विपक्ष का नेता चुना गया था और अब वो पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं. शाहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव कामयाब हुआ है. उन्होंने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है.