रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. रूस लगातार यूक्रेन के रिहायशी इलाकों को हमलों की चपेट में ले रहा है. युद्ध विराम को लेकर दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कुछ ठोस समाधान नहीं निकला है. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन हिरणों के सींगों से निकाले जाने वाले तरलनुमा खून में नियमित रूप से नहाते हैं. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिर पुतिन ऐसा क्यों करते हैं. जानेंगे कि क्या वाकई इसके कुछ फायदे हैं. आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
रूसी समाचार साइट मेडुजा के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति लाल हिरणों के सींगों से बनाए गए तरल में नहाते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से हृदय प्रणाली बेहतर होती है और शारीरिक शक्ति बढ़ती है. रूसी मीडिया ने दावा किया कि लाल हिरणों के सींगों से निकाला जाने वाला तरल एक मजबूत टॉनिक का काम करता है. इससे पुरुषों की क्षमता बढ़ जाती है. ये शरीर की हड्डियों, मांसपेशियों, दांतों, नजर और सुनने की क्षमता को मजबूत करता है. साथ ही ये निमोनिया, अस्थमा, जोड़ों के दर्द, ऑस्टियोपोरोसिस और रीढ़ की समस्याओं को ठीक करता है.
रूसी समाचार साइट प्रोएक्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन 70 साल की उम्र में पहुंचने वाले हैं और इस वजह से वह अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं और इस तरह के प्रयोग कर रहे हैं. दावा है कि पुतिन जहां भी जाते हैं, उनके साथ एक कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर हमेशा होता है.
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन सोची में मौजूद एक लोकप्रिय ब्लैक सी रिजॉर्ट का लगातार दौरा करते हैं. यहां पर मॉस्को के सेंट्रल क्लिनिकल अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम उनकी देखरेख करती है. डॉक्टरों की इस टीम में एक डॉक्टर कैंसर स्पेशलिस्ट एवगेनी सेलिवानोव हैं. उन्होंने कथित तौर पर चार सालों तक पुतिन के साथ 166 से ज्यादा दिन बिताए हैं. वहीं, डॉक्टरों की बेहतरीन टीम को अपने साथ रखने के अलावा पुतिन अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए मेडिकल और साइंस की दुनिया से हटकर भी इलाज कराने के तरीकों को खोज रहे हैं. इसमें गैर-पारंपरिक इलाज भी शामिल है.
बता दें नवंबर 2020 में राजनीतिक विश्लेषक वालेरी सोलोवी ने लिखा कि पुतिन का कैंसर और पार्किंसंस रोग दोनों का इलाज चल रहा था. सोलोवी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति को दो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं. इसमें से एक साइको-न्यूरोलॉजिकल नेचर वाली थी, जबकि दूसरी कैंसर की समस्या थी. पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगती रहती हैं. यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद से ही उन्हें लेकर कहा जा रहा है कि वह मानसिक समस्याओं से जूझ रहे हैं. हालांकि, अभी तक रूस के राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से इस पर किसी तरह का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.