24 मई को जापान की राजधानी टोक्यो में क्वाड ग्रुप की बैठक हुई.. जहां क्वाड ग्रुप का कहना है कि वो स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन एक्सपर्ट्स ऐसा मानते हैं कि क्वाड देश चीन पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि क्वॉड से चीन बहुत ज्यादा परेशान रहता है. ग्रुप में शामिल सभी देशों से किसी न किसी मुद्दे को लेकर चीन से दुश्मनी है. जब क्वॉड बनाया गया था, तभी चीन ने कहा था कि क्वॉड सीधे तौर पर चीन को निशाना बनाने के लिए बनाया गया है.. हालांकि अमेरिका ने इस पर कहा था कि क्वॉड के निशाने पर कोई देश नहीं है.
तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिर चीन का इन चारों देशों से किस बात कॉल लेकर विवाद है बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
क्वॉड के देशों से चीन की क्या दुश्मनी है और चीन इस ग्रुप का लगातार विरोध क्यों करता आया है? आईए इसे समझने की कोशिश करते हैं
भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद होना कोई नई बात नहीं है.. बात चाहे लद्दाख की हो या फिर अरुणाचल प्रदेश की.. बता दें कि 1 मई 2020 को दोनों देशों के सौनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख के पैगोन्ग त्सो झील के नॉर्थ बैंक में झड़प हुई थी.
इस झड़प में दोनों ही पक्षों के दर्जनों सैनिक घायल हो गए थे. इसके बाद 15 जून को विवादित गलवान घाटी में एक बार फिर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई. इसमें दोनों तरफ के कई सैनिकों की मौत हुई.वहीं अरुणाचल प्रदेश में भी सीमा को लेकर भारत-चीन का विवाद चल रहा है। चीन भारत के हजारों किलोमीटर हिस्से पर दावा करता है, जिसके बाद से भारत-चीन के बीच टकराव जारी है। समय-समय पर इन दोनों देशों की सीमा पर टकराव की खबरें आती रहती हैं।
बता दें कि चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच कई मुद्दों को लेकर विवाद चलते आया है। ऑस्ट्रेलिया ने दावा किया था कि चीन उनके देश की जासूसी कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर नजर रख रहा है। और भी कई तरह के विवाद हैं जो ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच देखे जा रहे हैं..
जब भी जापान और चीन के दुश्मनी भरे रिश्ते और इतिहास की बात होती है तो 1937 में दिसंबर में चीनी शहर नानजिंग में शुरू हुए क़त्लेआम को ज़रूर याद किया जाता है. इसके अलावा ताजा हालातों की बात करें तो मौजूदा समय में भी दोनों देशों के बीच तनाव है जो कि एक आईलैंड को लेकर है जिसका नाम है यह सेनकाकु आईलैंड।। जापान इसे सेनकाकू तो चीन इसे दियाआयू नाम देता है। अभी ये आईलैंड जापान के पास है, लेकिन चीन इस पर अपना हक जताता है।
अब बात सुपर पावर अमेरिका और चीन के बीच विवाद की.
ताइवान की सीमा में चीन लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। इसी को लेकर अमेरिका-चीन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है.. चीन मानता है कि ताइवान उसका एक प्रांत है, जो अंतत: एक दिन फिर से चीन का हिस्सा बन जाएगा.दूसरी ओर, ताइवान ख़ुद को एक आज़ाद मुल्क मानता है.
उसका अपना संविधान है और वहां लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार का शासन है.
ताइवान दक्षिण पूर्वी चीन के तट से क़रीब 100 मील दूर स्थित एक द्वीप है.
यह ''पहली द्वीप शृंखला'' में मौजूद है, जिसमें अमेरिका समर्थक कई देश स्थित हैं.
बता दें कि वैसे चीन और अमेरिका का ट्रेड, टेक्नोलॉजी चोरी और साउथ चाइना सी समेत तमाम मुद्दों पर विवाद है। डोनाल्ड ट्रम्प तो चीन को अमेरिका का सबसे बड़ा दुश्मन बताते थे। अब बाइडेन ने एशिया में भारत को साथ लेकर चीन का मुकाबला करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं।