24 सितंबर को व्हाइट हाउस में क्वॉड देशों की समिट होने वाली है जिसकी मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन करेंगे. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन और जापानी पीएम योशीहिदे सुगा भी मौजूद रहेंगे. व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा है कि इस वार्ता में क्वॉड देशों के संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा. लेकिन चीन इस शिखर सम्मेलन को लेकर भड़क गया है. इस summit पर निशाना साधते हुए चीन ने कहा है कि क्वाड का कोई भविष्य नहीं है और दूसरे देशों को टारगेट की जाने वाली कोई ‘गुटबाजी’ काम नहीं आएगी. क्वॉड भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान – इन चार देशों का एक समूह है. जिसे बनाने की बात पहली बार 2004 की सुनामी के बाद हुई थी जब भारत ने अपने तटीय इलाकों समेत आपदा से प्रभावित दूसरे पड़ोसी देशों में भी बचाव और राहत को अंजाम दिया था. जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान भी शामिल हुए थे. हालांकि इस आइडिया का क्रेडिट जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंज़ो आबे को दिया जाता है. जिन्होंने 2006 और 2007 के बीच क्वॉड की नींव रखी थी और इसकी पहली informal meeting अगस्त 2007 में मनीला में आयोजित की गई थी.