रूस और यूक्रेन के बीच जो हो रहा है उससे पूरी दुनिया वाकिफ है.. हर बदलते दिन के साथ इस महाविनाशक जंग का नया रूप देखने को मिल रहा है. ना जाने कितने मासूम लोगों को इस जंग ने मौत की नींद सुला दिया। पूरी दुनिया अभी इन दोनों देशों के युद्ध को देख ही रही है कि वहीं दूसरी तरफ अब तालिबान और पाकिस्तान के बीच भी जंग जैसे हालात बनने लगे हैं. दरअसल पाकिस्तानी सेना की ओर से अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार में एयरस्ट्राइक की गयी जिसके बाद अब तालिबान ने उसे 'बुरा अंजाम' भुगतने की धमकी दी है. तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान को धमकाया है कि अगर उसने दोबारा ऐसी गलती की तो उसे बुरा अंजाम भुगतना होगा. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि बाजवा के लिए क्यों 'भस्मासुर' बना तालिबान साथ ही बताएंगे कि क्या वाकई सीमा युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं पाकिस्तान-अफगानिस्तान? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
बता दें कि पिछले साल अगस्त महीने में अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद पाकिस्तान ने तालिबान सरकार के लिए पूरी दुनिया से समर्थन मांगा था, लेकिन दोनों के बीच संबंध नाटकीय तरीके से इतने खराब हो जाएंगे, ये चौंकाने वाला है.. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टरों ने सीमा से सटे अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार प्रांत में एयरस्ट्राइक की थी. इस एयरस्ट्राइक में अफगानिस्तान ने 36 लोगों के मारे जाने का दावा किया है. हालांकि, पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक की बात को खारिज किया है. वहीं पाकिस्तान का दावा है कि अफगानिस्तान के आतंकी उसकी सीमा पार करके आतंकी हमलों को अंजाम देते हैं. वहीं, तालिबान का कहना है कि पिछले साल अगस्त में सत्ता संभालने के बाद इस पर नियंत्रण कर लिया गया है.
बता दें कि पाकिस्तान ने तालिबान का दिल खोलकर समर्थन किया है और तालिबान की सत्ता में वापसी का पाकिस्तान में जमकर स्वागत किया गया और पूरे देश में मिठाइयां बांटी गई। वहीं, पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने तो यहां तक कहा था, कि तालिबान ने गुलामी की बेड़ियां तोड़ दी हैं और अब अफगानिस्तान आजाद हो गया है, लेकिन यही तालिबान अब पाकिस्तान के लिए भस्मासुर साबित हो रहा है। हांलांकि, तालिबान सरकार इस बात से इनकार करती है, कि वह पाकिस्तानी आतंकवादियों को पनाह दे रही है, लेकिन, तालिबान ने 2700 किलोमीटर लंबी डूरंड लाइन को मानने से इनकार कर दिया और वहीं पाकिस्तान की तरफ से लगाए गये बाड़ को उखाड़ फेंका। तालिबान ने साफ कर दिया है, कि वो डूरंड लाइन को नहीं मानता है।
फिलहाल हमलों को लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान आमने-सामने आ गए हैं. अफगानिस्तान ने जहां पाकिस्तान पर हमले करने का आरोप लगाया है तो पाकिस्तान ने भी अफगानिस्तान पर सीमा पार हमलों को अंजाम देने का आरोप लगाया है.
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 2,600 किलोमीटर लंबी सीमा है. पाकिस्तान और तालिबान के बीच हमेशा अच्छे रिश्ते बने रहे हैं. यहां तक कि पाकिस्तान के तालिबान से रिश्ते तब भी अच्छे बने रहे, जब अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अमेरिकी ऑपरेशन में पाकिस्तान शामिल रहा. हालांकि, बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय पर आतंकी हमले बढ़ गए हैं, जिससे हताश होकर पाकिस्तानी सेना ने भी अफगान सीमा पर ऑपरेशन तेज कर दिए हैं.