न्यूयार्क में सब-वे पर एक बार फिर हमला हुआ है. ब्रुकलिन में हुए इस हमले से एक बार फिर साबित किया है कि अमेरिका में सब-वे हमलावरों के लिए आसान निशाने की तरह बनते जा रहे हैं. दिसंबर 2021 में क्रिसमस के अगले दिन जश्न के माहौल के बीच अचानक ही अमेरिका में 24 घंटे के भीतर एक के बाद एक चार हमले हुए थे. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि क्यों अमेरिका में आतंकियों के लिए आसान निशाना रहे हैं सब-वे साथ बताएंगे कि पहले और कब कब हमले हो चुके हैं? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
दिसंबर 2021 में जो पिछला हमला हुआ वो रात करीब 2.30 बजे ब्रुकलिन में हुआ जब एक व्यक्ति में ट्रेन के गार्ड पर fluid से भरा कंटेनर फेंका। इसके कुछ समय बाद ट्रिबेका सब-वे में सुबह लगभग आठ बजे ट्रेन में सवार होने जा रही एक महिला पर चाकू से हमला किया गया. इसके पहले हमलावार ने महिला के सिर पर मुक्कों से प्रहार किया था.. इसी दिन सुबह 11 बजे करीब ब्रुकलिन पर एक बार फिर भयावह घटना हुई जब एक व्यक्ति को धक्का देकर ट्रेन की पटरी पर गिरा दिया गया। उसी रात निचले मैनहटन में सब-वे में एक व्यक्ति में चार राउंड फायर करके दहशत का माहौल बना दिया। हालांकि किसी को गोली नहीं लगी।
वहीं अमेरिका में हुए लोन वोल्फ अटैक यानी एक व्यक्ति द्वारा किए गए हमलों की बात करें तो निचले मैनहटन में हडसन नदी के किनारे एक व्यक्ति ने साइकिल ट्रैक पर मौजूद लोगों पर किराए की कार चढ़ा दी थी. इसमें आठ लोग मारे गए और 15 घायल हुए थे.उज्बेक हमलावर आतंकवादी संगठन से प्रभावित था। 2017 में 11 दिसंबर को ब्रुकलिन में रहने वाले एक बांग्लादेशी व्यक्ति ने टाइम्स स्क्वाएर में खुद को बम से उड़ाने का प्रयास किया।। तकनीकी कारणों से बम फटा नहीं। वह भी इस्लामिक स्टेट की आतंकी गतिविधियों और विचारों से प्रभावित था.
इसी तरह मार्च 2017 अहमद खान रहीमी ने मैनहटन में कुकर बम विस्फोट किया जबकि सितंबर 2016 में जेम्स हैरिस ने तलवार से एक व्यक्ति पर हमला किया। एक मी 2010, 23 अक्टूबर और 20 दिसंबर 2014 व दो अप्रैल 2015 में भी अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में अकेले व्यक्ति द्वारा हमले किए जा चुके हैं..
वहीं अभी अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक मेट्रो स्टेशन पर मंगलवार को हुई फायरिंग में 16 लोग घायल हो गए, जबकि तीन की हालत गंभीर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर ने 33 राउंड फायरिंग की, जिससे 8 लोग घायल हो गए। बाकी भगदड़ या बम की वजह से जख्मी हुए।