क्या आप जानते हैं कि इंसानों के लिए अगला सबसे बड़ा खतरा क्या हो सकता है, अगर नहीं जानते हैं तो हम बताते हैं…वो सबसे बड़ा खतरा हो सकते हैं रोबोट्स. आप सोच रहे होंगे कि रोबोट भला कैसे खतरा हो सकते हैं तो बता दें कि दुनिया के कुछ ऐसे देश हैं जिन्होंने ऐसे लड़ाकू रोबोट बना लिए हैं जो भयानक तरीके से मारकाट मचा सकते हैं. यहां तक की वो मारकाट मचाने का फैसला भी खुद ही ले सकते हैं. ऐसे रोबोट्स को किलर रोबोट्स कहा जा रहा है. इन रोबोट्स की सबसे खतरनाक बात ये है कि इनमें इंसानी कंट्रोल नहीं है.. इनपर बैन लगाने को लेकर हाल ही में जिनेवा में 125 सदस्य देशों वाले समूह CCW की बैठक हुई हालांकि उस बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला..
तो आज के know this video में हम आपको बताएंगे कि किलर रोबोट्स क्या होते हैं? आखिर इनसे मानवता को क्या खतरा है ? साथ ही बताएंगे कि दुनिया भर में इन पर बैन लगाने की मांग क्यों उठ रही है बस आप बने रहिये हमारे साथ?
सबसे पहले जानते हैं कि
किलर रोबोट्स क्या होते हैं?
दरअसल ये रोबोट से ज्यादा एक मशीन हैं. ऐसी मशीनें जो कई तरह के खतरनाक हथियारों से लैस हैं. ये लीथल ऑटोनॉमस वेपंस सिस्टम यानी कि LAWS और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बेस्ड मशीनें या रोबोट्स हैं..इनमें सबसे खतरनाक बात ये है कि इन्हें एक्शन लेने के लिए इंसान की जरूरत नहीं होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हेंन इंसान ऑपरेट नहीं करते. इनकी बॉडी में सेंसर लगे होते हैं और ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस हैं. ये ही दोनों चीजें इनके लिए दिमाग का काम करती हैं. इनके आधार पर ही ये किलर रोबोट्स एक्शनन लेते हैं. इनका खुद से निर्णय लेना ही इंसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. जिसके चलते वैज्ञानिक इन्हें बेहतर बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं ताकि ये रोबोट्स सही और गलत चीजों में फर्क समझ सकें..
किलर रोबोट्स से क्यों है मानवता को बड़ा खतरा?
किलर रोबोट्स टेक्नोलॉजी में कुछ देश भारी-भरकम इन्वेस्टमेंट कर हैं लेकिन इसके बावजूद दुनिया के 70 से ज्यादा देश इस पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं..ऐसा इसलिए है क्योंकि जीवन और मौत का फैसला लेने की क्षमता इंसान के बजाय मशीनों के ऊपर छोड़ देना मानवता के लिए खतरा माना जा रहा है और इसी वजह से किलर रोबोट्स पर बैन लगाने की मांग हो रही है..वहीं आलोचकों का ये भी तर्क है कि मशीन या किलर रोबोट्स के लिए एक बच्चे और एक युवा में या फिर हाथ में बंदूक थामे या हाथ में झाड़ू या डंडा लिए इंसान में अंतर करना मुश्किल होगा..वो सबको एक नजर से देखेंगे और उसी के मुताबिक एक्शन लेंगे. ये बेहद खतरनाक हो सकता है इसलिए इसे साफ़ तौर पर मानवता के लिए खतरा माना जा रहा है
किलर रोबोट्स को क्यों जरूरी बता रहे हैं कुछ देश?
किलर रोबोट्स पर बैन लगाने का विरोध करने वाले देश इसे भविष्य के लिए जरूरी बताते हैं. उनका तर्क है कि किलर रोबोट्स युद्ध की आपात स्थिति में इंसानी सैनिकों को न केवल नुकसान से बचा सकते हैं, बल्कि इंसानी सैनिकों की तुलना में ज्यादा तेजी से फैसले भी ले सकते हैं. साथ ही उनका कहना है कि इनका बारूदी सुरंगों, जवाबी हमलों और जीवन के लिए खतरनाक मिशनों पर भी इस्तेमाल हो सकता है. बता दें कि दुनिया के कई देश किलर रोबोट्स को बनाने में जुटे हुए हैं. इन्हेंै तैयार करने में रूस चीन, अमेरिका, फ्रांस, इजरायल और ब्रिटेन सबसे आगे हैं. ये देश किलर रोबोट्स को तैयार करने के लिए करोड़ों डॉलर का निवेश कर चुके हैं.
किलर रोबोट्स तकनीक के मामले में भारत कहां खड़ा है?
दरअसल AI बेस्ड हथियारों को लेकर हाल ही में भारत ने कुछ कदम जरूर उठाए हैं, लेकिन अभी भी डिफेंस में AI के इस्तेमाल का रोडमैप तैयार नहीं हो पाया है. भारत ने ऑटोनॉमस वेपंस बनाने के लिए 2019 में दो एजेंसियों का गठन भी किया था जिनका नाम है - डिफेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काउंसिल (DAIC) और डिफेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट एजेंसी (DAIPA)..लेकिन अभी तक इसने कोई important results नहीं दिए हैं..