अमेरिका में पाकिस्तान के नए ambassador मसूद खान की नियुक्ति में देरी को लेकर हर रोज नई खबरें सामने आ रही हैं. उनको लेकर तमाम नए विवाद सामने आ रहे हैं. पाकिस्तान सरकार ने नवंबर 2021 में इस पद के लिए मसूद खान का नाम दिया था लेकिन अब तक भी बाइडेन प्रशासन का इस पर कोई आदेश नहीं आया है. आज नो दिस के इस वीडियो में हम समझने की कोशिश करेंगे कि नए पाकिस्तानी राजदूत की US में नियुक्ति बार बार क्यों रुक जा रही है. उन्हें क्यों जिहादी कहा जा रहा है. साथ ही आपको बताएंगे कि आखिर मसूद खान है कौन और उनको अमेरिका में पाकिस्तान का राजदूत बनने के लिए और कितना इंतजार करना पड़ेगा. आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
70 साल के मसूद खान एक पश्तून हैं, जिनका जन्म पीओके के रावलकोट में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरूआत एक अंग्रेजी चैनल में टीवी न्यूजकास्टर के रूप में की.
मसूद खान 1980 में पाकिस्तान की विदेश सेवा में शामिल हुए. यहां उनका पहला बड़ा पद 9/11 के तुरंत बाद शुरू हुआ जब उन्हें पाक विदेश विभाग में प्रवक्ता बनाया गया. अगस्त 2003 से मार्च 2005 तक उन्होंने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के रूप में काम किया. इसके बाद उन्हें मुशर्रफ सरकार द्वारा जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में भेजा गया था. 2008 में प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सरकार ने उन्हें चीन में राजदूत के रूप में भेजा. चार साल बाद, उन्हें न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र का permanent representative बनाया गया. खान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 27वें राष्ट्रपति के रूप में भी काम कर चुके हैं.
मसूद खान अपने भारत विरोधी रवैये के लिए भी जाने जाते रहे हैं. जब भारत और पाकिस्तान के बीच शांति थी तब भी वो भारत के रुख का विरोध करते हुए दिखते हैं. उनका मानना है कि भारत ने कश्मीर पर कब्जा किया है. वो अमेरिकी जेल में बंद आफिया सिद्दकी की रिहाई को लेकर बात कर चुके हैं. खूंखार आतंकी बुरहान बानी को भी हीरो बता चुके हैं. उन्हें पाकिस्तान के एक कट्टरपंथी के रूप में देखा जाता है.
अब पिछले साल नवंबर में इमरान खान ने उन्हें अमेरिका के लिए अपना राजदूत नामित किया. मसूद खान को उम्मीद थी कि उनकी नियुक्ति जल्द ही हो जाएगी, यही वजह है कि उन्होंने सभी से विदा लेना भी शुरू कर दिया था लेकिन अब माना जा रहा है कि उन्हें और ज्यादा इंतजार करने की जरूरत है.
अमेरिका में संभावित आतंकी संबंधी होने के चलते पाकिस्तान के नए राजदूत की नियुक्ति को रोक दिया गया. दरअसल, अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के सांसद ने मसूद खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अमेरिकी कांग्रेसमैन स्कॉट पैरी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को पाकिस्तानी राजदूत को लेकर चिट्ठी लिखी. इस चिट्ठी में सांसद पैरी ने राष्ट्रपति बाइडेन से आग्रह किया है कि वह मसूद खान के नाम को पाकिस्तान से अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में रिजेक्ट कर दें. उन्होंने कहा है कि मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन सहित आतंकवादियों और विदेशी आतंकवादी संगठनों दोनों की प्रशंसा की है और उनके संभावित आतंकी संबंध रहे हैं. इस तरह पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर बेइज्जती हुई है. खैर ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर इस तरह बेइज्जती हुई हो. देखना होगा कि मसूद खान की अमेरिका में नियुक्ति होगी भी या नहीं.