रूस-यूक्रेन जंग के 97 दिन बीत चुके हैं, हर बदलते दिन के साथ जंग रुकने की जगह बढ़ती ही जा रही है. अब यूक्रेन के पूर्वी शहर सीवियेरोदोनेत्स्क में मंगलवार को रूसी लड़ाकू विमानों ने एक रासायनिक संयंत्र के ‘नाइट्रिक एसिड टैंक को निशाना बनाया।। लुहांस्क के गवर्नर सर्गेई गेडे ने बताया कि रूसी सैनिकों ने केमिकल प्लांट के टैंक पर हमला किया।
उन्होंने कहा, नाइट्रिक एसिड खतरनाक है। सांस के जरिये या स्किन के कॉन्टेक्ट में आने से इसके गंभीर प्रणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि रूसी विमानों ने जैसे ही टैंक पर मिसाइल दागी गुलाबी रंग का बड़ा गुबार देखा गया। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि रूसी सेना ने डोनबास क्षेत्र के इस शहर के आधे हिस्से पर कब्जा कर लिया है।वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस हमले को पागलपन करार दिया।
इधर शहर के मेयर अलेकसेंद्र स्त्रिउक ने भी कहा, शहर में भारी गोलीबारी और बमबारी की वजह से उन हजारों नागरिकों की जान खतरे में है, जो अब भी इस शहर में मौजूद हैं। सड़कों पर भीषण संघर्ष जारी है। हालात बहुत गंभीर हैं और शहर को निर्मम तरीके से तबाह किया जा रहा है। वहीं, यूक्रेन के एक सैन्य अधिकारी ने कहा, दुर्भाग्य से सीवियेरोदोनेत्स्क के आधे हिस्से पर रूसी सेना कब्जा कर चुकी है। हमारे सैनिक शहर को बचाने में जुटे हुए हैं।
आपको सीवियेरोदोनेत्स्क की अहमियत के बारे में बताएं तो सीवियेरोदोनेत्स्क क्रामाटोरस्क शहर के रास्ते में बसा हुआ है। क्रामाटोरस्क पर रूसी सेना कब्जा करना चाहती है। ऐसे में रूसी सेना को पहले सीवियेरोदोनेत्स्क पर कब्जा करना होगा। क्रामाटोरस्क पर कब्जा करने से रूस के लिए दोनेत्स्क पर नियंत्रण करना आसान हो जाएगा।
बता दें, 24 फरवरी को रूस द्वारा हमले शुरू करने के बाद से अमेरिका ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर सैन्य सहायता दी है। रूस की लगातार गोलाबारी और बमबारी के कारण यूक्रेन में हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों विस्थापित हुए हैं। कई दौर की वार्ताओं के बाद भी दोनों देश जंग रोकने में सहमत नहीं हुए हैं। रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर लिया है।