इन दिनों उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग की नींद उड़ी हुई है। ढाई साल तक कोरोना वायरस से बचे रहने का दावा करने वाले किम जोंग का देश इन दिनों एक रहस्यमयी बुखार से जूझ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नार्थ कोरिया में 20 लाख से ज्यादा लोग इस रहस्यमयी बीमारी से पीड़ित हैं। इसी बीच 12 मई को नार्थ कोरिया में कोरोना वायरस पाए जाने की भी पुष्टि हुई है। उसके बाद तो कोरिया में इमरजेंसी जैसे हालात हैं।
कोरियन न्यूज एजेंसी KCNA के मुताबिक अप्रैल के अंत तक 20 लाख से ज्यादा लोग इस रहस्यमयी बुखार की चपेट में आ चुकेहैं। टेस्टिंग में कमी की वजह से कोरिया में बहुत कम संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं विदेशी एक्सपर्ट्स का मानना है कि नार्थ कोरिया में फैले रहस्यमयी बुखार की वजह कोरोना ही है। यानि तमाम दावों के बावजूद कोरिया अब कोरोना वायरस के भयंकर प्रकोप से गुजर रहा है।। हालांकि नार्थ कोरिया का सरकारी मीडिया अभी भी इसे बुखार के मामले बताकर आंकड़े जारी कर रहा है। 19 मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरिया में एक दिन में बुखार के 2 लाख 62 हजार 270 मामले सामने आए।और एक शख्स की मौत हुई। कोरिया में इस रहस्यमयी बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 पहुंच गई। न्यूज एजेंसी KCNA के मुताबिक कोरिया में 7।5 लाख लोग क्वारंटाइन हैं।
बुखार पीड़ितों की संख्या बढ़ने और कोरोना का ओमिक्रॉन वेरियंट पाए जाने पर नार्थ कोरिया में आपातकाल जैसे हालात है। किम जोंग उन ने सभी शहरों में लॉकडाउन लगा दिया है। बुखार और इससे मिलते-जुलते लक्षण पाए जाने पर लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है।
वहीं रिपोर्ट्स की माने तों कोरिया का मेडिकल सिस्टम बेहद कमजोर है। दवाओं के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए राजधानी प्योंगयोंग में मेडिकल सेंटर्स पर सेना तैनात कर दी गई है। माना जा रहा है जितनी तेजी से कोरिया में कोरोना फैल रहा है। उससे निपटने में नार्थ कोरिया का मेडिकल सिस्टम सक्षम नहीं है।
इस बीच वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने नॉर्थ कोरिया के हालात पर चिंता जताते हुए कहा है कि वहां जिस अंदाज में कोरोना केस से निपटा जा रहा है उससे दुनिया में कोरोना का नया वैरिएंट फैलने का खतरा पैदा हो गया है। WHO ने नॉर्थ कोरिया से अपील की है कि वो कोरोना महामारी से जुड़े डेटा और जानकारी साझा करे।
WHO का मानना है कि नॉर्थ कोरिया में कोरोना फैलने का खतरा बहुत ज्यादा है, क्योंकि वहां की लगभग पूरी आबादी अनवैक्सीनेटेड है। जिससे लोगों के गंभीर रूप से बीमार पड़ने और उनकी मौत का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में किम जोंग उन कोरोना के आंकड़े छिपाकर क्या साबित करना चाहते हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि नार्थ कोरिया में कोरोना अनकंट्रोल्ड हुआ तो इससे वहां की बड़ी आबादी खतरे में आ जाएगी। साथ ही कोरोना के नए वेरिएंट भी सामने आ सकते हैं।
नार्थ कोरिया को UN ने कई बार वैक्सीन देने का ऑफर दिया लेकिन किम जोंग उन ने हर बार UN के ऑफर ठुकरा दिया। अब कोरिया के पास ना तो वैक्सीन है ना मेडिकल सुविधाएं जो कोरोना से लड़ सकें। ऐसे में अपने लोगों के साथ-साथ एक सनकी तानाशाह ने दुनिया के दूसरे देशों को भी मुसीबत में डाल दिया है।