रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया था. इस युद्ध को 2 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है. वहीं यूक्रेन पर हमले के दो महीने बाद भी रूस इस लड़ाई को जीत नहीं पाया है. इसे रोकने के लिए अब भी दुनियाभर के देश कोशिश में लगे हैं, लेकिन रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस मोल्दोवा पर हमले की तैयारी में है. यूक्रेन ने ये दावा मोल्दोवा के ट्रांसनिस्ट्रिया इलाके में दो बम धमाकों के बाद किया। ट्रांसनिस्ट्रिया मोल्दोवा से लगा एक छोटा सा इलाका है, जहां रूस का सपोर्ट करने वाली सरकार है. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों रूस करना चाहता है मोल्दोवा पर हमला? मोल्दोवा कहां है ? साथ ही बताएंगे कि मोल्दोवा पर हमले से पुतिन को क्या हासिल होगा? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ
माना जा रहा है कि रूस यूक्रेन से लेकर ट्रांसनिस्ट्रिया के बीच एक कॉरिडोर डेवलप करना चाहता है, जिससे उसके लिए यूक्रेन और मोल्दोवा दोनों पर हमला करना आसान हो जाएगा। 34 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला मोल्दोवा क्षेत्रफल के लिहाज से करीब जम्मू-कश्मीर (42 हजार वर्ग किलोमीटर) जितना बड़ा है।
बता दें कि रूस 09 मई के आसपास मोल्दोवा पर हमला कर सकता है. ऐसा होने पर पुतिन ट्रांसनिस्ट्रिया की आजादी का ऐलान कर सकते हैं। दूसरे वर्ल्ड वॉर में जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की याद में रूस हर साल 09 मई को विक्ट्री डे मनाता है।
मोल्दोवा पर कब्जे से रूस के लिए यूक्रेन के खिलाफ एक नया मोर्चा खोलने का मौका मिल जाएगा। इससे रूसी सेनाएं पश्चिम की ओर से यूक्रेन के ब्लैक सी पोर्ट शहर ओडेसा की ओर आसानी से बढ़ पाएंगी। ट्रांसनिस्ट्रिया से ओडेसा की दूरी महज 40 किलोमीटर है। यूक्रेन ब्लैक सी से कट जाएगा। इससे रूस मोल्दोवा को यूरोप के करीब जाने से रोक पाएगा। मोल्दोवा मार्च 2022 में यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के लिए आवेदन कर चुका है। रूस पश्चिमी देशों को ये संदेश देना चाहता है कि यूक्रेन की और मदद का मतलब होगा इस क्षेत्र में और अशांति।
बता दें कि मोल्दोवा पहले सोवियत संघ का ही हिस्सा था. ये देश सीमा के लिहाज से यूक्रेन और रोमानिया से जुड़ने के साथ ही यूरोपीय संघ के बीच में है. ये देश यूरोपीय संघ का सदस्य बनना चाहता है और इसके लिए इसी साल मार्च में आवेदन भी किया है, लेकिन यूरोपीय संघ में शामिल होने के लिए उसका सीमा पर नियंत्रण जरूरी है, लेकिन रूस के ट्रांसनिस्तरिया में रहते हुए वो कभी सीमा पर नियंत्रण नहीं कर सकता है. रूस मोल्दोवा पर अपना दबदबा बनाना चाहता है. ऐसे में रूसी सेना की ट्रांसनिस्तरिया में मौजूदगी से ये डर बना हुआ है कि कभी भी रूस मोल्दोवा पर भी हमला कर सकती है. इस देश का रूस के आगे टिकना इसलिए भी मुश्किल हैं क्योंकि इसके पास महज 6 हजार सैनिक हैं, जो रूसी सेना का सामना नहीं कर सकते. यूक्रेन को घेरने के लिए रूस के लिए ट्रांसनिस्तरिया और मोल्दोवा सबसे बेस्ट पॉइंट मिल साबित हो सकते हैं.