रूस और यूक्रेन की बीच जंग करीब 4 महीनों से जारी है... यूक्रेन को हराने के लिए रूस पूरी जोर आजमाइश कर चुका है... लेकिन यूक्रेन को शिकस्त नहीं दे सका है... अमेरिका समेत कई यूरोपीय देश यूक्रेन की लगातार मदद कर रहे हैं... अब ऐसे में रूस हैकिंग के सहारा लेकर यूक्रेन के मददगारों को सबक सिखाना चाहता है... रूस ने इस कथित हैकिंग के जरिए 42 देशों की खुफिया जानकारी जुटाई है... माइक्रोसॉफ्ट की चौंकाने वाली रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है... बुधवार को जारी माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि रूस ने यूक्रेन का साथ देने वाले देशों के खिलाफ हैकिंग की कोशिश तेज कर दी है... रूस, अमेरिका और उसके सरकारी कंप्यूटर नेटवर्क को भी निशाना बना रहा है... माइक्रोसॉफ्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस हैकिंग की कोशिशों में 100 में से 29 बार कामयाब रहा है... इन कोशिशों में उसने करीब 7 बार डेटा चोरी की है... हालांकि कई देशों की खुफिया एजेंसियां दुश्मन देशों के खिलाफ ऐसी कोशिश करती रहती हैं... लेकिन रूस अपने विरोधियों के खिलाफ हमेशा चौकन्ना रहता है... और उनके हर मूवमेंट पर नजर रखता है.
कुछ दिनों पहले यूक्रेन के फोटो जर्नलिस्ट मैक्सिम लेविन और उसके दोस्त ओलेक्सी चेर्निशीन की हत्या हुई थी.... इस हत्या के पीछे रूस का हाथ बताया जा रहा है... रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की रिपोर्ट को मानें तो रूस के सैनिकों ने माक्स और उसके दोस्त की हत्या की थी... दावा है कि रूसी सैनिकों ने माक्स और उसके दोस्त से पूछताछ की, उन्हें टॉर्चर किया और बाद में दोनों की हत्या कर दी। बता दें कि मैक्सिम लेविन न्यूज एजेंसी रायटर्स के लिए भी काम कर चुके हैं। फिलहाल वो यूक्रेन की एक न्यूज वेबसाइट के लिए काम कर रहे थे।
फोटो जर्नलिस्ट की मौत का मामला जब तूल पकड़ने लगा तो इसकी जांच के लिए 24 मई और 3 जून के बीच दो इनवेस्टिगेटर यूक्रेन गए थे... उन्होंने मौके पर सबूत जुटाए... मौके पर मैक्सिम और उनके दोस्त के आईकार्ड बरामद हुए सी जगह पर कई बुलेट्स भी पड़ी हुई मिलीं... जांच दल ने कुछ रूसी सैनिकों को पहचान भी की है, उन्होंने बताया कि ये मैक्सिम और ओलेक्सी को अपने साथ ले गए थे।
इनवेस्टिगेटर का दावा है मैक्सिम और उनके दोस्त की हत्या सोची समझी साजिश थी... फोटो जर्नलिस्ट मैक्सिम लेविन शुरूआत से रूस-यूक्रेन जंग को कवर कर रहे थे, जंग की दौरान उन्होंने कई शहरों से युद्ध की तबाही की तस्वीरें क्लिक की थीं।
13 मार्च के बाद से मैक्सिम लापता हो गए थे, आखिरी बार उन्हें कीव क्षेत्र के विशगोरोड जिले के हुता-मेझीहिरस्का गांव के जाते हुए देखा गया था... 1 अप्रैल को माक्स का शव बरामद हुआ था... मैक्सिम अपने पीछे अपनी पत्नी और 4 बच्चों को छोड़ गए... मरने के बाद मैक्सिम को ऑर्डर फॉर करेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.