जिस तरह से रूस और यूक्रेन की बीच विवाद बढ़ता जा रहा है, ऐसे में लग रहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग के खतरे को कम नहीं किया जा सकेगा. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के आसार को देखते हुए नाटो और पश्चिमी देश भी हरकत में हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, तुर्की समेत कई देशों ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई भी शुरू कर दी है. ऐसे में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि पूर्वी यूरोप जल्द ही युद्ध की आग में जलने वाला है.. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि अगर रूस और यूक्रेन में युद्ध होता है तो किसका पलड़ा भारी रहेगा? रूस और यूक्रेन में किसकी सेना ज्यादा ताकतवर है बस आप वीडियो एक आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
माना जा रहा है कि रूस यूक्रेन पर कब्जा करना चाहता है. International Experts का मानना है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने के बारे में इसलिए सोच रहा है, क्योंकि उन्हें लगता है कि ये राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रूस की सत्ता में बनाए रखने में मददगार साबित होगा. दूसरी तरफ यूक्रेन पश्चिमी देशों से अपने रिश्तों को बेहतर बनाने की कोशिश में जुटा है, जबकि रूस इसके खिलाफ है.
रूस और यूक्रेन के बीच साल 2014 से ही तनाव देखा जा रहा है. जब रूस ने आक्रमण कर यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. उस समय यूक्रेन के सैनिक रूसी सेना के खिलाफ जमकर लड़े थे लेकिन वो हार को टाल नहीं सके. एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि यूक्रेन की सेना का मनोबल ऊंचा है, लेकिन उसके पास हथियारों की कमी है. हथियारों की कमी को पूरा करने के लिए ही नाटो देश यूक्रेन की मदद कर रहे हैं. हाल में ही अमेरिका ने अपने कई जंगी जहाज और हथियारों को यूक्रेन भेजा है. इन हथियारों में एंटी टैंक मिसाइल, एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल, आर्मर्ड व्हीकल, टैंक और तोप के गोले शामिल हैं. इतना ही नहीं, कई रिपोर्ट्स तो ऐसा भी कह रही हैं कि अमेरिकी सेना की एक टुकड़ी यूक्रेनी सेना और गोरिल्ला लड़ाकों को रूस के खिलाफ जंग के लिए ट्रेनिंग भी दे रही है.
वहीं दोनों देशों की सैन्य ताकत की तुलना की जाए तो रूस की सेना, नौसेना और वायु सेना में कुल 4,163 विमानों का बेड़ा दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है. इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स मानते हैं रॉकेटरी और वायुशक्ति के मामले में रूस का हाथ ऊपर है.. यूक्रेन के पास कुल सैनिक 110000 है तो रूस के पास 2900000 सैनिक हैं, यूक्रेन के एक्टिव सैनिकों की संख्या 200000 है तो रूस में 900000 एक्टिव सैनिक हैं. लड़ाकू विमानों की बात करें तो यूक्रेन के पास मात्र 98 लड़ाकू विमान हैं वहीं रूस के पास 1511 लड़कों विमान हैं जो यूक्रेन से बहुत ज्यादा हैं. ठीक इसी तरह हमलावर हेलीकॉप्टर,टैंक,आर्मर्ड व्हीकल और तोप की बात की जाए तो वो सब भी रूस के पास यूक्रेन की तुलना में काफी ज्यादा मात्रा में हैं.
इन आंकड़ों से साफ़ तौर पर जाहिर है कि यूक्रेन की सेना रूस की सेना की ताकत के आगे काफी कमजोर है, इसी वजह से अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश यूक्रेन का साथ दे रहे हैं. साथ ही कनाडा ने भी यूक्रेन को सैन्य सहायता और युद्ध के सामान मुहैया कराना शुरू कर दिया है.. जिससे अगर रूस और यूक्रेन के बीच जंग हो तो यूक्रेन पर रूस भारी ना पड़ने पाए.