रूस के भीषण हमलों में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए हैं। खारकीव, सुमी में भीषण तबाही मचाने के बाद अब मारियूपोल का अजोवस्टाल प्लांट पुतिन की सेना के निशाने पर है। बीते 70 दिनों से पुतिन की आर्मी अजोवस्टाल को जीतने की कोशिश कर रही है। मारियुपोल में अजोवस्टाल यूक्रेन की सेना का आखिरी गढ़ माना जा रहा है। इस प्लांट में यूक्रेनी नागरिक और सैनिक छिपे हुए हैं। जिनको निकालने के लिए यूक्रेन की अपील पर रूस की तरफ से युद्धविराम का ऐलान किया गया था। बावजूद इसके रूसी सेना ने प्लांट पर हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेन का दावा है रसियन आर्मी 9 मई से पहले पहले पुतिन को अजोवस्टाल प्लांट गिफ्ट करना चाहती है। इसलिए अजोवस्टाल में रूसी टैंकों से भीषण बमबारी जारी है। वहीं रूस की एयरफोर्स और नेवी भी बम और गोले बरसा रही है।
रूसी हमले पर जेलेंस्की का कहना है कि 'अजोवस्टल प्लांट पर रूस की बमबारी लगातार जारी है.. स्टील प्लांट में बच्चे और महिलाएं अभी भी फंसे हुए हैं। हालांकि बीते 2 महीने से प्लांट में कितने लोग फंसे हैं ये बता पाना मुश्किल है'।
लेकिन अजोवस्टाल को लेकर प्रेसिडेंट पुतिन एकदम सख्त मूड में हैं। पुतिन ने कहा है कि प्लांट के अंदर छिपे यूक्रेनी सैनिक सरेंडर करें। सरेंडर के बाद ही किसी को बाहर आने देंगे। अगर सरेंडर कर देंगे तो सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
वहीं अजोवस्टाल प्लांट में मौजूद अजोव रेजीमेंट में कमांडर का कहना है, 'हमारी सेना अभी भी डटी है। हम पूरे जोश के साथ रूस के हमलों का करारा जवाब दे रहे हैं।
अब बात करें रूस के लिए मारियूपोल इतना अहम क्यों है? तो बता दें कि मारियूपोल यूक्रेन के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित है और अजोव सागर से जुड़ा है। यहां बंदरगाह भी है। अगर मारियूपोल में रूस का कब्जा हो जाता है तो उसे क्रीमिया से पूर्वी यूक्रेन तक के लिए जमीनी रास्ता मिल जाएगा। इसलिए पुतिन की सेना 9 मई यानि विक्ट्री डे परेड से पहले- पहले पुतिन को गिफ्ट के तौर पर मारियूपोल देना चाहती है। जिसके लिए अजोवस्टाल प्लांट पर चौतरफा अटैक जारी है।
अजोवस्टाल में फंसे यूक्रेनी कैप्टन ने रूस से अपील की है कि हमें अपने सैनिकों के शव को बाहर लाने का मौका देना चाहिए ताकि यूक्रेन के लोग अपने हीरोज को अलविदा कह सकें। संवेदनशील हालात में रूस को युद्ध के नियमों का पालन करना चाहिए।
मारियूपोल में फंसे लोगों की मदद के लिए यूनाइटेड नेशन एक रेस्क्यू टीम भेज रहा है। यूएन में मानवीय मामलों के महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, मारियूपोल में फंसे लोगों की जिंदगी खतरे में है, ऐसे में यूनाइटेड नेशन की तरफ से एक दल मारियूपोल भेजा रहा है ताकि अजोवस्टाल प्लांट में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।