इन दिनों घरों में पालतू जानवर रखने का क्रेज काफी तेजी से बढ़ रहा है. पेट ओनर्स अक्सर ये दावा करते हैं कि उनके पालतू जानवर की वजह से वो स्ट्रेस फ्री और खुश रहने लगे हैं. सोशल मीडिया पर डॉग ओनर्स और कैट लवर्स के वॉर से भी आप जरूर वाकिफ होंगे. अब एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि जिन लोगों ने अपने घर में कुत्तां पाल रखा है वो दूसरों के मुकाबले ज्या दा सेहतमंद रहते हैं. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको डॉग्स से जुड़ी कुछ दिलचस्प स्टडी के बारे में बताएंगे और जानेंगे कि घर का पालतू डॉग आपकी अच्छी सेहत के लिए कितना जिम्मेदार है. आप बने रहिए हमारे साथ.
वैज्ञानिकों ने अपनी कई रिसर्च में कहा है कि अगर आप तन्हा रहते हैं तो पालतू जानवर साथ रखें और अब लिवरपूल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की रिसर्च कहती है कि अगर आप डॉग पालते हैं तो बाकियों के मुकाबले आप ज्यादा हेल्दी रहते हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि एक अडल्ट को हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करना जरूरी है. घर में कुत्ता5 पालने पर लोग इन्हेंर वॉक कराने ले जाते हैं और उनका शरीर एक्टिव रहता है.
शोधकर्ताओं ने रिसर्च के लिए यूके के 385 ऐसे घरों को चुना जहां पेट डॉग थे. नतीजों में सामने आया कि 64 फीसदी लोगों ने कुत्तोंे के साथ हफ्ते में करीब कम से कम 150 मिनट वॉक की. रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि पालतू जानवर इंसान की सेहत को बढ़ावा देते हैं... उन्हेंस एक्टिव रखते हैं. इस तरह वो कई तरह की बीमारियों से दूर रहते हैं.
PLOS one की स्टडी के मुताबिक पालतू कुत्ते कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद कर सकते हैं. महामारी के दौरान किए गए एक सर्वे में डॉग ओनर्स में बाकी लोगों के मुकाबले depression के कम लक्षण दिखाए दिए. Pet owners अक्सर अपने पालतू जानवरों के साथ एक गहरे emotional bond होने की बात करते हैं. कई scientific studies ने डॉग ओनर्स में positive mental health benefits की सूचना दी है.
फिनलैंड में शोधकर्ताओं ने पाया कि परिवार के पालतू जानवर specially dogs बच्चों के respiratory tracts पर protective effect डालते हैं. जिन बच्चों का कुत्तों के साथ जल्दी संपर्क होता है, उनमें जानवरों के संपर्क में नहीं आने वाले बच्चों की तुलना में सर्दी, कान में संक्रमण और खांसी होने की संभावना 30 प्रतिशत कम होती है यानि उनका इम्यून सिस्टम बेहतर होता है.
Jama Pediatrics में छपी एक स्टडी में सामने आया कि जिन बच्चों के जीवन के पहले कुछ सालों में उनके साथ एक कुत्ता था, उनमें बाकी बच्चों की तुलना में अस्थमा विकसित होने की संभावना 13 फीसदी कम थी. पालतू जानवरों के साथ बड़े होने वाले बच्चों में कुछ एलर्जी होने की संभावना भी कम होती है. एक पारिवारिक पालतू जानवर होने से आपके बच्चे के सामाजिक और भावनात्मक कौशल में सुधार हो सकता है.
इन सारी स्टडी से पता चलता है कि पालतू जानवर न सिर्फ आपके अकेलेपन को दूर करते हैं बल्कि आपको सेहतमंद भी रखते हैं. घरों में पलने वाले पेट्स का पॉजिटिव असर बच्चों से लेकर बड़ों तक पर पड़ता है.