रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को 50 दिन से भी ज्यादा का समय हो चुका है. फरवरी लास्ट में दोनों देशों के बीच तुर्की में शांति वार्ता के बाद रूस ने कहा था कि वो हमले कम करेगा, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और रूस की तरफ से हमले और तेज होते गए. इस दौरान बूचा नरसंहार जैसे मामले भी सामने आए, जिसे लेकर पूरी दुनिया में रूस की निंदा हुई.. वहीं संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 50 दिनों की जंग में 46.56 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है. ये लोग पड़ोसी देशों में अब शरणार्थियों की तरह जी रहे हैं. .संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि अब तक जितने लोगों ने यूक्रेन छोड़ा है, उनमें से 90 फीसदी महिलाएं और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई है कि ऐसे मेंअब इनकी मानव तस्करी का भी खतरा बढ़ा है. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि रूस-यूक्रेन युद्ध में किसे कितना नुकसान हुआ और दुनिया का क्या कुछ दांव पर लगा हुआ है बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
दरअसल इतने दिन की जंग में यूक्रेन को तो नुकसान ही हुआ है, लेकिन रूस की हालत भी कुछ कम खराब नहीं हुई है. दुनियाभर में रूस पर प्रतिबंध तो लग ही गए हैं, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. इसके अलावा इस जंग में रूस के हजारों सैनिक भी मारे गए हैं. कीव प्रशासन के अनुसार, करीब 7 सप्ताह के युद्ध में रूस के लगभग 19,800 सुरक्षाकर्मी अब तक यूक्रेनी सेना के हमले में मारे जा चुके हैं. हालांकि इस युद्ध में यूक्रेन को सबसे ज्यादा जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है.
दोनों देशों के सैन्य मोर्चे पर नुकसान की बात करें तो यूक्रेन का दावा है कि इस जंग में अब तक 19,800 रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं. यूक्रेन ने रूस के 158 प्लेन, 143 हेलीकॉप्टर, 798 टैंक, 358 आर्टिलरी, 1964 बख्तरबंद गाड़ियां, 1429 सैन्य वाहन, 76 फ्यूल टैंक और 132 ड्रोन को मार गिराने का दावा भी किया है. इसके साथ ही 64 एंटी-एयरक्राफ्ट को भी तबाह करने का दावा यूक्रेन ने किया है. हालांकि, रूस ने 25 मार्च को कहा था कि इस जंग में उसके 1,351 सैनिक मारे गए हैं.
वहीं रूस की ओर से 25 मार्च को दावा किया गया था कि इस जंग में यूक्रेन के 30 हजार सैनिकों को नुकसान पहुंचा है. इनमें से 14 हजार की मौत हो गई है. और 16 हजार सैनिक घायल हो गए हैं. इसके अलावा बुधवार को रूस ने मारियूपोल में 1 हजार से ज्यादा यूक्रेनी सैनिकों के सरेंडर करने का दावा भी किया है.
बता दें कि युद्ध के लंबा खिंचने से अब पूरी दुनिया इसकी चपेट में आती दिख रही है. अधिकतर देशों में खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है और इन सबसे आम लोग परेशान रहो रहे हैं. इस युद्ध की वजह से अब तक यूक्रेन से करीब 50 लाख लोग पलायन कर चुके हैं. ये लोग अलग-अलग देशों में शरणार्थी बनने को मजबूर हैं. जो देश पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, उनके लिए हालात और भी खराब होते जा रहे हैं.
रूस के साथ जंग में यूक्रेन ने आम नागरिकों की मारे जाने का बहुत बड़ा आंकड़ा दिया है. अकेले मारियूपोल में ही 20 से 22 हजार लोगों की बात कही जा रही है. रूसी हमलों में यूक्रेन के शहर-शहर तबाह हो चुके हैं. कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के मुताबिक, रूस के साथ जंग में अब तक यूक्रेन का 80 अरब डॉलर का तबाह हो गया है. रूस के साथ जंग में यूक्रेन की अर्थव्यवस्था भी बुरी तरह तबाह होने की आशंका है. वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, इस साल यूक्रेन की जीडीपी में 45 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आने का अनुमान है. वहीं, रूस की जीडीपी भी 11 फीसदी तक गिर सकती है..