रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई हर दिन नया मोड़ ले रही है. दोनों देशों के बीच जंग में कब क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता. पूरी दुनिया अनिश्चितता के माहौल में है. इसके साथ ही इस लड़ाई ने वैश्विक महंगाई का डर भी बढ़ा दिया है. और तो और दुनियाभर में छोटे बड़े कई कारोबार ऐसे हैं जिन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि रूस यूक्रेन युद्ध का दुनिया पर क्या असर पड़ा? साथ ही बताएंगे कि कैसे इस युद्ध से दुनियाभर में व्यापार प्रभावित हुआ है बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
सबसे पहले तो आपको बता दें कि रूस यूक्रेन युद्ध की वजह से जो दुनिया पर असर दिखा वो ये कि तेल के दाम 2008 के बाद सबसे ज़्यादा हो गए. दरअसल अमेरिका ने कहा कि वो रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने को लेकर विचार कर रहा है. इसके बाद तेल की क़ीमतें आसमान छूने लगी हैं. साल 2008 के बाद से पहली बार है जब तेल की क़ीमतें इतनी बढ़ी है. इतना ही नहीं यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद आपूर्ति बंद होने की आशंकाओं के बीच ऊर्जा बाज़ार में भी अफरा-तफ़री सा माहौल हो गया है. बढ़ी क़ीमतों का असर उपभोक्ताओं पर भी होने लगा है क्योंकि ईंधन से लेकर घर के बिजली बिल तक में बढ़ोतरी होने लगी है.
ये तो हुई ऊर्जा बाज़ार की बात इधर शेयर मार्केट के हाल को देखें तो सोमवार को एशियाई शेयर बाज़ार में मंदी देखी गई. जापान के निक्केई और हॉन्ग-कॉन्ग के हैंग सेंग सूचकांक में तीन प्रतिशत तक की गिरावट आई है.
भारतीय शेयर बाज़ार का हाल भी कुछ ठीक नहीं रहा, भारत के शेयर मार्केट पर भी यूक्रेन के संकट का गंभीर असर देखने को मिल रहा है. सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में क़रीब 1500 अंकों की बड़ी गिरावट आई है.
इधर इस जंग का असर भारत में कपड़ों की इंडस्ट्री पर दिखना शुरू हो चुका है. कपड़ों के शहर नोएडा और दिल्ली समेत भारत के कई शहरों से यूरोप में रेडीमेड कपड़ों का निर्यात होता है. लेकिन युद्ध के माहौल में निर्यात तो छोड़िए, जो ऑर्डर तैयार थे वो भी अधर में हैं. फिलहाल ये असर यूक्रेन और भारत के कारोबार पर पड़ रहा है.
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका कहें या युद्ध का भयानक रूप यूक्रेन और रूस के बीच जो हो रहा है उससे कई कारोबार ऐसे हैं जिन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है. आलम ये है कि यूक्रेन में कई कंपनियों ने अपने कारखाने बंद कर दिए हैं. जिनमें ब्रुअर कार्ल्सबर्ग और FedEx Corp आदि कंपनियां शामिल हैं. वहीं यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद कई इंटरनेशनल ब्रैंड्स रूस से संबंध तोड़ रहे हैं. बीते हफ्ते वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक ने कहा कि उसने रूस में लाइव स्ट्रीमिंग और नए कंटेंट पर रोक लगा दी है. इस बीच ओटीटी दिग्गज नेटफ़्लिक्स ने भी कहा है कि यूक्रेन पर आक्रमण की वजह से वो रूस में अपनी सेवा बंद कर रही है. वीज़ा, मास्टरकार्ड भी पश्चिम देशों की उन कंपनियों की फ़ेहरिस्त में शामिल हैं जिन्होंने रूस में काम बंद कर दिया है.
तो देखा आपने कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग का किस तरह से पूरी दुनिया पर असर पड़ रहा है.