पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तेजी से तनाव बढ़ रहा है. अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद पाकिस्तान ने तालिबान सरकार के लिए पूरी दुनिया से समर्थन मांगा था लेकिन दोनों के बीच संबंध इतने खराब हो जाएंगे, ये चौंकाने वाली बात है. दरअसल पाकिस्तानी सेना की तरफ से अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार में एयरस्ट्राइक की गयी जिसके बाद अब तालिबान ने उसे 'बुरा अंजाम' भुगतने की धमकी दी है. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान के रिश्तों में आए इस तनाव का भारत पर क्या असर होगा. आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान-पाकिस्तान संबंधों में गिरावट भारत के लिए एक उम्मीद की किरण है. माना जा रहा है कि इसतनाव के चलते पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी कश्मीर जिहाद के लिए अफगानी और पाकिस्तानी तालिबानों को एकजुट नहीं कर पाएगी. पिछले साल अगस्त में जब तालिबानी हुकूमत काबुल पर काबिज हुई थी तो दिल्ली को सबसे ज्यादा चिंता इसी बात को लेकर थी. अफगानिस्तान में कुख्यात इब्न खलदुन आतंकवादी शिविर के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने की कोशिश को फिलहाल खारिज किया जा सकता है.
बता दें तालिबान सत्ता में आने के बाद से ही भारत पर राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू करने के लिए दबाव डालता रहा है. अब तालिबानी हुकूमत भारतीय विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए नए सिरे से अपील कर रही है. यह दिल्ली को एक अवसर प्रदान करता है कि वह काबुल के साथ सीमित और चरणबद्ध संवाद को एक बार फिर से शुरू करे, साथ ही उन अधूरे बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को पूरा करे जो अफगानों के बीच काफी लोकप्रिय है.
अफगानिस्तान में भारत के राजनयिक प्रतिष्ठान पाकिस्तान की आंखों में हमेशा खटकते रहते हैं. इन प्रतिष्ठानों को इसलिए बंद कर दिया गया था क्योंकि पाकिस्तान के हक्कानी गुट द्वारा हमलों की आशंका थी. अमेरिकी सेना और भारतीय राजनयिक की वापसी का चीन ने सबसे ज्यादा फायदा उठाया.
भारत ने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में गेहूं और दवा की एक बड़ी खेप भेजी है. इस्लामाबाद ने अब पाकिस्तानी भूमि मार्ग के जरिए सप्लाय को पूरा करने की समय सीमा दो हफ्ते बढ़ा दी है. माना जा रहा है कि काबुल में अगर राजनयिक मौजूदगी हो तो भारत तालिबान से सीधे डील कर सकता है और ईरान में चाबहार बंदरगाह का इस्तेमाल कर अफगानिस्तान को सप्लाई जारी रख सकता है. देखना होगा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी तनाव क्या मोड़ लेता है.