रूस और यूक्रेन के बीच भयानक युद्ध छिड़ा हुआ है.. हर बदलते दिन के साथ ये युद्ध और भी भीषण रूप लेता जा रहा है. रूसी सेना से लड़ाके लगातार यूक्रेन में घुसने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यूक्रेन ने अब तक घुटने नहीं टेके हैं. दोनों देशों में आर-पार की लड़ाई जारी है. वहीं युद्ध के इस माहौल के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वी-र वायरल हो रही है. जो लोगों को हौसला दे रही है. इस तस्वीर में एंटी टैंक मिसाइल लांचर पकड़े हुए एक सेंट दिखाईं दे रही हैं. इन्हे सेंट जैवलिन कहा जा रहा है. जंग के इस तनावपूर्ण माहौल के बीच सोशल मीडिया पर ये तस्वी र काफी शेयर की जा रही है. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि ये जैवलिन कितनी पावरफुल है? युद्ध के समय इस तस्वीीर के वायरल होने के मायने क्याि हैं साथ ही बताएंगे कि इसकी उत्पमत्िीीड कैसे हुई? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिये हमारे साथ..
यूक्रेन के लोग इस तस्वीर को जमकर पोस्ट कर रहे हैं. साथ ही लिख रहे हैं कि उम्मीद है कि सेंट जैवलिन उनकी अच्छी तरह से रक्षा करेंगे. इस लड़ाई के बीच सेंट जैवलिन की यह तस्वीर यूक्रेन के प्रतिरोध और हिम्मत का एक चेहरा बन गई है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एंटी-टैंक मिसाइल लॉन्च़र जैवलिन को अमेरिका की डिफेंस से जुड़ी एक फर्म ने 1980 में डिजाइन किया था. इसका वजन करीब 23 किलो होता है. सैनिक इसका इस्तेऔमाल कर के मिसाइल लॉन्च. कर सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन में जवान रूसी सेना के हमले का मुकाबला करने के लिए काफी हद तक इसी जैवलिन का इस्तेूमाल कर रहे हैं. इसकी मदद से वो मैदान में डटे हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, जैवलिन की मदद से छोड़ी गई मिसाइल हवा में 490 फीट दूर तक जा सकती है. इससे दुश्मकनों को निशाना बनाया जा सकता है. यूक्रेन के पास लम्बेक समय से ये जैवलिन नहीं थे. यूक्रेन ने पहली बार 2018 में 47 मिलियन डॉलर की सैन्य खरीद के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका से मिसाइलें खरीदीं थी. अब अमेरिका, ब्रिटेन और एस्टोनिया ने जारी लड़ाई के बीच इन जैवलिन को यूक्रेन भेजा है.. वर्तमान में काफी हद तक यूक्रेन के सैनिक इस मिसाइल लॉन्चयर पर निर्भर हैं.
जैवलिन मिसाइल की तकनीक की बात करें तो वो अपने टारगेट को साधने के लिए इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती है. इस मिसाइल को टैंकों के खिलाफ सबसे अधिक प्रभावी माना जाता है. जैवलिन मिसाइल का यूज बिल्डिंग और दुश्मन के अड्डों को ध्वस्त करने के लिए भी किया जाता है.
इधर यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उनकी सेना अब तक रूस के 3500 जवानों को मार चुकी है. इसके अलावा 102 टैंक, 536 आर्मर्ड व्ही कल्सर और 15 आर्टिलरी पीसेस को तबाह कर चुकी है. इसके अलावा यूक्रेन की सेना रूस के 14 फाइटर जेट, 8 हेलिकॉप्टसर और एक BUK-1 सिस्ट म को भी तहस-नहस कर चुकी है.
आखिर में बता दें कि रूस की ओर से लगातार किए जा रहे हमले से यूक्रेन में लोगों को खाने पीने के सामान की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. कुछ जगहों पर दुकानों के पास काफी भीड़ लगी है.लगातार हमले की वजह से काफी संख्या में सैनिकों के साथ आम लोग भी हताहत हुए हैं. भारी संख्या में लोग पलायन भी कर रहे हैं तो वहीं वैसे लोगों की संख्या भी काफी अधिक है जो काफी डरे और सहमे हुए हैं और लगातार बमबारी की वजह से वो अपने घरों में रहने को मजबूर हैं.