रूस और यूक्रेन के बीच जंग को डेढ़ महीने पूरा हो चुका है. यूक्रेन के बूचा शहर में हुए कथित नरसंहार की हर तरफ चर्चा है. तमाम देशों ने यूक्रेन के समर्थन में उतरकर जांच की मांग की है. इस बीच अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटियों समेत उनके कई नज़दीकी लोगों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का एलान किया है. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के परिवार और कुछ बड़े रूसी बैंकों पर भी अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हैं. आज नो दिस के इस वीडियो में हम जानेंगे कि अमेरिका पुतिन के नजदीकी लोगों पर क्यों प्रतिबंध लगा रहा है और पुतिन की दोनों बेटियों को बैन करके अमेरिका क्या हासिल करना चाहता है. आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
अमेरिका ने पुतिन की दोनों बेटियों मारिया वोरोन्तसोवो और कैटरीना तिखोनोवो पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. दरअसल अमेरिका का मानना है कि पुतिन अपनी संपत्ति अपने परिवार के नाम पर छिपा रहे हैं और यही वजह है कि अमेरिका उन्हें टारगेट कर रहा है.
व्लादिमीर पुतिन की बड़ी बेटी डॉ. मारिया वोरन्तसोवा सरकारी फंडिंग से चलने वाले प्रोग्राम चलाती हैं. वो क्रेमलिन यानी रूसी राष्ट्रपति भवन में काम करती हैं. साथ ही रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय में नेशनल मेडिकल रिसर्च सेंटर फॉर एंडोक्रोनोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रमुख रिसर्चर हैं. वो रूसी कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर भी सुर्खियों में रह चुकी हैं. खबर है कि इन्हें रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन से जेनेटिक्स रिसर्च के लिए अरबों डॉलर की मदद मिलती है.
वहीं पुतिन की छोटी बेटी कतेरीना तिखोनोवा एक टेक एक्जीक्यूटिव हैं जो रूसी सरकार और वहां की डिफेंस इंडस्ट्री से जुड़ी हुईं हैं. वो भी क्रेमलिन में काम करती हैं. व्हाइट हाउस के मुताबिक कतेरीना के पास भारतीय मुद्रा में करीब 15,000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. पुतिन अपने परिवार के बारे बहुत कम जानकारी साझा करते हैं. इन दोनों बेटियों के बारे में न के बराबर आधिकारिक जानकारी उपलब्ध है फिर भी मीडिया में आई ख़बरें और कुछ बयान दोनों के बारे में पर्याप्त जानकारी देते हैं.
बता दें 1983 में व्लादिमीर पुतिन ने ल्यूडमिला से शादी की थी. मारिया और कतेरीना पुतिन और ल्यूडमिला की बेटियां हैं. पुतिन और ल्यूडमिला के बीच 2013 में तलाक हो गया था और उसके बाद पुतिन ने अब तक कोई शादी नहीं की.
रूस और यूक्रेन के बीच हालात संभलने के बजाय लगातार बिगड़ रहे हैं. इस बीच रूस ने कहा है कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत करने को तैयार है. वहीं जेलेंस्की ने रूस पर नए आरोप लगाते हुए कहा कि रूस ने मारियुपोल शहर में हजारों लोगों को मारा है. देखना होगा कि ये जंग कब खत्म होगी.