फेसबुक ने हाल ही में अनाउंस किया कि वो अपने Face Recognition system को बंद करने जा रहा है. फेसबुक ने ये टेक्नोलॉजी साल 2010 में लॉन्च की थी. तो 11 साल बाद ऐसा क्या हुआ कि अब इसे शट डाउन किया जा रहा है. इस वीडियो में हम जानेंगे कि Face Recognition system किस तरह काम करता है... ये टेक्नोलॉजी क्यों बंद की जा रही है... क्या इसे हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा... इन सभी सवालों के जवाब के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ.
क्या है Face Recognition system ?
फेशियल रिकग्निशन सॉफ्टवेयर फेसबुक पर अपलोड की गई फोटोज में लोगों की पहचान करता है. ये यूजर्स को इन लोगों को फोटो में टैग करने का सजेशन देता है जिससे उन्हें दूसरे लोगों की प्रोफाइल से जोड़ा जा सके. फेसबुक में लोगों के पास ऑप्शन होता है कि जब भी कोई व्यक्ति उनकी फोटो पोस्ट करे तो उन्हें ऑटोमेटिक टैग करने का ऑप्शन मिल जाए. इन सभी फीर्चस के लिए Face Recognition system जिम्मेदार है जिसे अब कंपनी बंद करने की तैयारी में है.
फेसबुक इसे क्यों बंद कर रहा है?
पिछले कुछ सालों में फेसबुक को कई मुकदमों का सामना करना पड़ा है. इसमें अमेरिका में की गई federal investigations और facial recognition से जुड़ी privacy concerns शामिल हैं. फेसबुक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वीपी जेरोम पेसेंटी के मुताबिक facial recognition ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसे यूर्जस द्वारा काफी पसंद किया गया है इसलिए इस बड़े बदलाव को सावधानी के साथ करने की जरूरत है. सोसाइटी में facial recognition technology को लेकर कई तरह के Concern हैं. Regulators अभी भी इसके इस्तेमाल को कंट्रोल करने को लेकर clear rules प्रोवाइड करने की प्रक्रिया में हैं. साथ ही इसे अदालतों और regulators से जांच का सामना करना पड़ा. पेसेंटी का मानना है कि इस uncertainty के बीच facial recognition के इस्तेमाल को लिमिट करना ही ठीक है.
इसके बंद होने से क्या होगा ?
कंपनी ने बताया कि फेसबुक के 33 फीसदी से भी ज्यादा एक्टिव यूजर्स ने फेस रिकग्निशन सेटिंग का ऑप्शन चुना है और इसके बंद होने पर करोड़ों लोगों के facial recognition templates डिलीट कर दिए जाएंगे. यानि अब वो लोग फोटो और वीडियो में ऑटोमेटिकली नहीं पहचाने जाएंगे.
क्या फेसबुक इसे पूरी तरह खत्म कर रहा है?
द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक इस साल दिसंबर तक facial recognition templates को हटाने की योजना बना रहा है. हालांकि फेसबुक के spokesperson का हवाला देते हुए बताया जा रहा है कि कंपनी ने फ्यूचर प्रॉडक्ट्स में facial recognition technology को शामिल करने से इंकार नहीं किया है.