रूस और यूक्रेन के बीच की जंग अब दिन पर दिन तेज और खतरनाक होती जा रही है. रूस और यूक्रेन दोनों ने ही एक दूसरे के हज़ारों सैनिकों को मार गिराया है ऐसा दोनों देशों का दावा है.. लेकिन आपने कभी ये सोचा है कि इस पूरी जंग में यूक्रेन की राजधानी कीव के अलावा एक और जिस शहर की सबसे चर्चा हुई है वो शहर खारकीव है. पर ऐसा हुआ क्यों ? आखिर खारकीव में ऐसा क्या है जो यूक्रेन युद्ध का केंद्र बना हुआ है? तो आज के know this वीडियो हम आपको खारकीव से जुड़ी हर वो जानकारी देंगे जो आपके लिए जरूरी है साथ ही बताएंगे कि Kharkiv को रूस ने क्यों बनाया निशाना? बस आप वीडियो एक आखिर तक बने रहिये हमारे साथ..
खारकीव शहर रूस के से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है और ये यूक्रेन की राजधानी कीव के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है. ये जगह अपने उद्योग के साथ कला और वैज्ञानिक खोज के लिए जानी जाती है. शहर की आबादी करीब 15 लाख है. खारकीव शहर के इतिहास की बात करें तो इसकी स्थापना साल 1654 में की गई थी. ये शहर यूक्रेनियन राष्ट्रीय आंदोलन का केंद्र था. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ये शहर सोवियत संघ और जर्मन सेना के बीच युद्ध का केंद्र बना था. जानकार बताते हैं कि 1920 के समय में यह शहर यूक्रेनी संस्कृति का केंद्र माना जाता था. सोवियत नेताओं ने भी शुरुआत में इस शहर की संस्कृति को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया था. साल 1941 के दिसंबर महीने से लेकर जनवरी 1952 तक इस शहर में नाजी जर्मनी ने हजारों यहूदियों को मौत के घाट उतारा था.
बता दें कि जब साल 2014 में प्रदर्शनकारियों ने देश के रूस समर्थक राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को सत्ता से बाहर किया था, तब वो रूस से पहले खारकीव ही गए थे. यहां लंबे समय तक नई सरकार के विरोध में और यानुकोविच को वापस सत्ता में बहाल करने के लिए विरोध प्रदर्शन हुए थे. साल 2014 में रूस समर्थित अलगाववादियों ने यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों पर नियंत्रण कर लिया। इस दौरान खारकीव में बड़े स्तर पर आतंकी घटनाएं देखने को मिली थी.. यूक्रेन की सरकार इन घटनाओं में रूस का हाथ बताती थी.
इसके साथ ही खारकीव संस्कृति के लिहाज से भी काफी अहम है यहाँ रूसी लोगों की काफी संख्या है. ये हमेशा संस्कृति, कला और संगीत के लिए मशहूर रहा है. कई मेडिकल कॉलेज होने के साथ ही यहां कई आईटी फर्म भी हैं. पहचान, बोली और रहन-सहन के मामले में खारकीव यूक्रेन का इकलौता शहर है जो रूस से मेल खाता है.
आखिर में ये कि रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच दुनिया की नजरें रूस के राष्ट्रपति पुतिन के अगले कदम पर टिकी हुई हैं, यानी युद्ध की नई तस्वीर क्या होगी, ये हर कोई जानना चाहता है लेकिन ये तो आने वाला वक़्त और पुतिन ही तय करेंगे. अगर पुतिन युद्ध विराम की तरफ बढ़ते है तो शांति आएगी। लेकिन पुतिन के तेवर बारूदी और कोहराम मचाने वाले नजर आ रहे हैं.
फिलहाल यूक्रेन और रूस के बीच हो रही जंग का क्या होगा अंजाम ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा.