टेक्नोलॉजी के इस दौर में कुछ भी मुमकिन है. आपकी हर कल्पना साकार हो सकती है. तकनीक की दुनिया इतनी तेजी से आगे बढ़ी है कि अब वर्चुअल वर्ल्ड तक बन गया है. वर्चुअल वर्ल्ड यानी मेटावर्स. जी हां इसे मेटावर्स नाम दिया गया है. मेटावर्स ऐसी वर्चुअल दुनिया है, जिसमें आप वो सब कर सकते हैं जो आप असल दुनिया में करते हैं. जैसे कि आप वर्चुअल दुनिया में जमीन खरीद सकते हैं और पैसे भी कमा सकते हैं.. तो आज के know this video हम आपको बताएंगे कि आखिर ये मेटावर्स है क्या बला है.. साथ ही बताएंगे कि कैसे आप यहां जमीन खरीद कर अपना घर बना सकते हैं.. बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
सबसे पहले जानते हैं कि आखिर
मेटावर्स है क्या ?
आसान भाषा में ऐसे समझिए कि अब तक जो कुछ भी आपके वर्चुअल वर्ल्ड में, आपकी स्क्रीन के पीछे हो रहा है, वो ही सब आपके आस पास होने लगे. यानि ऐसा वर्चुअल एनवायरमेंट जहाँ आप उसे सिर्फ देखेंगे नहीं बल्कि उसमें एंटर कर सकेंगे, घूम फिर पाएंगे, दोस्तों रिश्तेदारों से मिल सकेंगे, शॉपिंग कर सकेंगे. मिसाल के तौर पर आपके सामने ऐसी वर्चुअल दुनिया क्रिएट की जाएगी, कि आपको लगेगा कि आप सच में शॉप पर जाकर खरीदारी करके आए हैं. लेकिन हकीकत में आप अपने घर पर ही होंगे. इस पैरेलल वर्ल्ड में आपकी एक अलग पहचान होगी और आप अपनी वर्चुअल आइंडेंटिटी के जरिए डिजिटल वर्ल्ड में एंटर कर सकेंगे. वहीं ये काम कैसे करता है इसकी बात करें तो ये मेटावर्स ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी कई टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन पर काम करता है.
मेटावर्स में बेचे जा रहे हैं प्लॉट्स
टेक वर्ल्ड में वर्चुअल लैंड की बिक्री ट्रेंड में है और लोग तेजी से मेटावर्स में जमीनें भी खरीद रहे है. ये लैंड नॉर्मल लैंड जैसी नहीं है बल्कि इससे काफी अलग है. यानी कि ये आभासी है और इस पर आप असली घर नहीं बना सकते हैं. फिर भी इसके लिए लोग अरबों रुपये खर्च कर रहे हैं. बता दें कि फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट सहित दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां मेटावर्स में अरबों डॉलर्स का निवेश कर रही हैं. मेटावर्स को नेक्स्ट जेनेरेशन वेब भी माना जा रहा है, जहां लोग वर्चुअली एक दूसरे के साथ समय बिताएंगे. वहीं पॉपुलर मेटावर्स प्लैटफॉर्म सैंडबॉक्स ने पिछले महीने 4.3 मिलियन अमेरिकी डॉलर्स लगभग 32 करोड़ रुपये का वर्चुअल लैंड बेचा है. मेटावर्स के इस वर्चुअल लैंड को अमेरिका की एक वीडियो गेम कंपनी के डेवेलपर Republic Realm ने खरीदा है. ये कंपनी मेटावर्स में रियल स्टेट का काम कर रही है. जैसे आप घर खरीदने जाते हैं तो रियल स्टेट कंपनी या ब्रोकर से संपर्क करते हैं ठीक उसी तरह से मेटावर्स में भी अब रियल स्टेट कंपनियां स्टैब्लिश हो रही हैं,..
मेटावर्स में भी जिले और शहर
Decentraland और The Sandbox दो सबसे पॉपुलर प्लैटफॉर्म हैं जहां आप मेटावर्स में वर्चुअल प्लॉट्स खरीद सकते हैं. इस मेटावर्स प्लैटफॉर्म पर कॉन्फ्रेंस या कमर्शियल प्लॉट खरीदे जा सकते हैं. इतना ही नहीं, आर्ट गैलरी, घर और दूसरे लाइव इवेंट्स के लिए भी प्लॉट्स खरीदे जा सकते हैं. वहीं Decentaland के अंदर पांच जिले हैं. इन जिलों के अंदर कई शहर हैं.
इसके साथ ही अगर आप मेटावर्स में घर खरीदना चाहते हैं तो आपको कई ऑप्शन्स दिए जाएंगे, जैसे कि आप रोड साइड में खरीदना चाहते हैं या वॉटर फेसिंग खरीदना चाहते हैं.
मार्क जकरबर्ग का कहना है कि मेटावर्स सोशल मीडिया के लिए नेक्स्ट इवोलुशन की तरह है. लोग एक दूसरे से वर्चुअल स्पेस में बातचीत करेंगे और वो ये फील कर पाएंगे कि ये सबकुछ असल में ही हो रहा है.
वर्चुअल वर्ल्ड को लेकर चुनौती!
मेटावर्स की दुनिया आपको सहूलियत तो देगी, लेकिन डेटा प्राइवेसी की चिंता भी लाजमी है. मेटावर्स के आने से पहले ही इसको लेकर अलग-अलग बहस भी चल पड़ी है. जिनमें सबसे बड़ा मुद्दा डिजिटल प्राइवेसी का ही है. वहीं Meta वर्चुअल रियलिटी प्लैटफॉर्म Horizon Worlds प्लैटफॉर्म पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ हुई. महिला का आरोप है कि Horizon Worlds के अंदर उनके साथ बदसलूकी की गई और हैरेस किया गया. उन्होंने ये भी कहा है कि वर्चुअल रियलिटी प्लैटफॉर्म पर इस सेक्सुअल हैरेसमेंट इंटरनेट से भी बदतर है. ऐसे में ये कह सकते हैं कि मेटावर्स नए experience तो मिलेंगे लेकिन साथ ही इसमें कई चुनौतियां भी हैं. लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि वर्चुअल रिएल्टी की दुनिया अब बदलने लगी है..